छत्तीसगढ़

देश एवं प्रदेश के अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बनाने में महिलाओं का योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण: राज्यपाल

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जिले के स्व सहायता समूह की महिलाओं से मुलाकात कर उनके द्वारा किए जा रहे विभिन्न आजीविकामूलक गतिविधियों के संबंध में ली जानकारी

बालोद  (ग्रामयात्रा छत्तीसगढ़ )। राज्यपाल  रमेन डेका ने कहा कि हमारे देश एवं छत्तीसगढ़ राज्य के अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बनाने में महिलाओं का योगदान अत्यंत उल्लेखनीय एवं महत्वपूर्ण है। राज्यपाल श्री डेका आज अपने बालोद जिले के प्रवास के दौरान तांदुला रिसाॅर्ट में केन्द्रीय योजनाओं से लाभान्वित जिले के स्व सहायता समूह की महिलाओं से मुलाकात कार्यक्रम के अवसर पर अपना उद्गार व्यक्त कर रहे थे।

इस दौरान उन्होंने जिले के सभी पांचों विकासखण्डांे से उपस्थित सभी 22 स्व सहायता समूह के महिलाओं से बारी-बारी से बातचीत कर उनके द्वारा किए जा रहे विभिन्न आजीविकामूलक गतिविधियों के संबंध में विस्तार से जानकारी ली। इस दौरान राज्यपाल श्री डेका ने जिले के महिलाओं के राष्ट्रीय आजीविका मिशन बिहान के अंतर्गत स्व सहायता समूह से जुड़ने के पश्चात् उनके आर्थिक स्थिति में आशातीत सुधार एवं जीवन स्तर बेहतर होने पर जिले के स्व सहायता समूह के कार्यों की मुक्तकंठ से सराहना की।

राज्यपाल श्री डेका जिले के स्व सहायता समूह के महिलाओं को राष्ट्रीय आजीविका मिशन के अंतर्गत उनके द्वारा किए जा रहे कार्य उनके आर्थिक स्थिति में सुधार एवं खुशहाल जीवन का आधार बने इसके लिए उन्होंने उनके द्वारा किए जा रहे बेहतर कार्य को और अधिक उत्कृष्ट बनाने को कहा।

श्री डेका ने कहा कि हमारे महिला बहनों द्वारा किए जा रहे विभिन्न आजीविकामूलक कार्यों के माध्यम से उन्हें और अच्छी आमदनी मिल सके इसके लिए उन्हें निरंतर नये-नये तकनीक एवं उपायों को सीखने के साथ ही नवाचार एवं वैल्यू एडीशन करते हुए समय के अनुरूप अपने कार्यों को बेहतर बनाना अत्यंत आवश्यक है। इस दौरान राज्यपाल के सचिव  सीआर प्रसन्ना, कलेक्टर श्रीमती दिव्या उमेश मिश्रा, पुलिस अधीक्षक  योगेश कुमार पटेल एवं अपर कलेक्टर  चन्द्रकांत कौशिक सहित अन्य अधिकारियों के अलावा स्व सहायता समूह की महिलाएं उपस्थित थी।

इस दौरान राज्यपाल श्री डेका ने जिले के 22 स्व सहायता समूह के कुल 40 महिलाओं से बारी-बारी से बातचीत कर उनके द्वारा व्यक्तिगत एवं सामूहिक स्तर पर किए जा रहे आजीविकामूलक गतिविधियों के संबंध में विस्तार से जानकारी प्राप्त की। इस अवसर पर महिलाओं के द्वारा मछली पालन, पशुपालन, कृषि कार्य एवं गैर कृषि कार्य के संबंध में अपने अनुभव एवं उससे अर्जित वार्षिक आय की जानकारी दी गई। इस दौरान स्व सहायता समूह की महिलाओं ने जिला प्रशासन द्वारा भविष्य में आने वाली जल संकट से निपटने हेतु जिला प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे जल जतन अभियान में भी अपनी सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित करने की जानकारी दी।

स्व सहायता समूह की महिलाओं ने बताया कि उनके द्वारा प्रत्येक घरों में जाकर पानी के एक-एक बूँद का सदुपयोग करने तथा जल संरक्षण के उपायों की भी जानकारी दी जा रही है। इसके अलावा किसानों को धान के बदले अन्य फसल का उत्पादन के लिए प्रेरित किया जा रहा है।

इस अवसर पर स्व सहायता समूह की महिला श्रीमती निशा गायकवाड़ ने राष्ट्रीय आजीविका मिशन के अंतर्गत हस्तशिल्प का कार्य, श्रीमती दानेश्वरी साहू ने सेनेटरी पैड बनाने, श्रीमती चित्रलेखा साहू ने ड्रोन के माध्यम से किसानों के खेतों में खाद एवं कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव, श्रीमती सती साहू ने कृषि मित्र का कार्य, श्रीमती सुहागा विश्वकर्मा ने मछली पालन का व्यवसाय, आनंदी विश्वकर्मा ने बकरी पालन, अंजू टेकाम ने मुर्गी पालन, प्रेमवती देवांगन ने मशरूम उत्पादन आदि के संबंध मंे सभी महिलाओं ने बारी-बारी से जानकारी दी। इस दौरान महिलाओं के द्वारा आजीविकामूलक गतिविधियों को प्रारंभ करने हेतु उन्हें प्रदान की गई आर्थिक सहयोग, प्रशिक्षण के अलावा इस कार्य से उन्हें होने वाले वार्षिक आय के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी दी।

उन्होंने कहा कि बिहान के माध्यम से आजीविकामूलक गतिविधियों से जुड़ने के फलस्वरूप उनके आर्थिक स्थिति में पर्याप्त सुधार होने से उनका जीवन स्तर बेहतर हुआ है। जिससे वे अपने दैनिक आवश्यकताओं की समुचित पूर्ति के अलावा अपने बच्चों की बेहतर शिक्षा-दीक्षा की प्रबंध कर अपने परिवार के साथ खुशहाल जीवन यापन कर पा रहे है। जिले के स्व सहायता समूह की महिलाओं के द्वारा किए जा रहे विभिन्न आजीविकामूलक कार्यों की सराहना करते हुए उनके कार्यों को राज्यपाल श्री डेका ने सभी के लिए अनुकरणीय एवं प्रेरणादायी बताया।

Markandey Mishra

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