अवैध कोयला खनन के दौरान सुरंग धंसी, 2 की मौत
कोरबा (ग्रामयात्रा छत्तीसगढ़ )। जिले की गेवरा खदान में अवैध कोयला खनन के दौरान बड़ा हादसा हो गया है। सुरंगनुमा खनन स्थल धंसने से 2 ग्रामीणों की मौके पर मौत हो गई, जबकि 1 गंभीर रूप से घायल है। अब भी कई ग्रामीणों के मलबे में दबे होने की आशंका है। घटना के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
कैसे हुआ हादसा?
घटना हरदी बाजार थाना क्षेत्र के ग्राम मुड़पार की है, जो एसईसीएल के गेवरा माइंस के सद्भावना फेस से सटा हुआ है। स्थानीय ग्रामीणों द्वारा अवैध खनन के लिए सुरंग बनाई गई थी, जिससे वे कोयले के बड़े-बड़े टुकड़े निकालकर तस्करी कर रहे थे।
मंगलवार सुबह जब कुछ ग्रामीण सुरंग में घुसकर खनन कर रहे थे, तभी अचानक ऊपरी हिस्सा धंस गया। मलबे के नीचे कई लोग दब गए। मौके पर चीख-पुकार और अफरातफरी मच गई।
अब तक की स्थिति
मृतक:
विशाल यादव (18 वर्ष)
धनसिंह कंवर (24 वर्ष)
घायल:
साहिल धनवार (19 वर्ष) — हालत गंभीर, अस्पताल में भर्ती
प्रशासन अलर्ट मोड में
घटना की सूचना मिलते ही एसईसीएल प्रबंधन, पुलिस और जिला प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंच गईं। रेस्क्यू ऑपरेशन में NDRF और स्थानीय बचाव दल जुटे हुए हैं। आसपास के अस्पतालों को अलर्ट मोड पर रखा गया है और मौके पर मेडिकल टीमों को तैनात किया गया है।
गांव से सटी खदान में आसान अवैध तस्करी
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, खदान से सटी बस्ती के ग्रामीणों द्वारा लंबे समय से अवैध खनन किया जा रहा था। कोयले की तस्करी के लिए उन्होंने सुरंग जैसा ढांचा बना रखा था, जहां से रात में कोयला निकाला जाता था।
अब भी खतरे में कई जानें
प्रशासन को आशंका है कि मलबे में और भी लोग दबे हो सकते हैं। जेसीबी और अन्य भारी उपकरणों की मदद से खुदाई जारी है। बचाव कार्य में तेजी लाई गई है।
अवैध खनन ने आज फिर दो परिवारों की जिंदगी उजाड़ दी। यह हादसा न केवल खनन माफियाओं की लापरवाही को उजागर करता है, बल्कि प्रशासनिक निगरानी की कमजोरियों को भी सामने लाता है। हादसे से सबक लेते हुए अब ज़रूरी है कि ऐसे क्षेत्रों में सख्त निगरानी और कार्रवाई हो, ताकि और जानें न जाएं।