कोरबा/दिल्ली : हरियाणा और जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा हो गई है. जम्मू कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव होने जा रहा है. यहां निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए छत्तीसगढ़ से 12 अधिकारियों को सेंट्रल ऑब्जर्वर बनाया गया है जिसमें 3 अधिकारियों ने कोरबा में अपनी सेवाएं दी है। इनमें 2011 बैच के आईएएस संजीव झा, 2010 बैच के आईपीएस अभिषेक मीणा समेत 2015 बैच के आईपीएस यू उदयकिरण का नाम शामिल है इनको 22 को दिल्ली बुलाया गया है। कोरबा में सेवा दे चुके इन दिनों अधिकारियों की खास बात ये है कि राज्य में कांग्रेस सरकार रहने के बावजूद तत्कालीन कांग्रेस सरकार में राजस्व मंत्री रहे जयसिंह अग्रवाल की इन्होंने नाक में दम कर रखा था इनके कलेक्टर एसपी रहते जयसिंह के कथित गुंडे जिले से बाहर ही रहने में अपनी भलाई समझे थे इसी का नतीजा रहा था कोरबा का अशांत माहौल काफी हद तक शांत हो सका था।
जम्मू-कश्मीर में तीन चरण और हरियाणा में एक चरण में मतदान होंगे. वहीं दोनों राज्यों में वोटों की गिनती 4 अक्टूबर को होगी. चुनाव की घोषणा के बाद निर्वाचन आयोग सफल रूप से इलेक्शन कराने की तैयारी में जुटा हुआ है. निर्वाचन आयोग ने सेंट्रल ऑब्जर्वर (Central Observers) की नियुक्ति कर ली है. पर्यवेक्षकों में छत्तीसगढ़ के 12 आईएएस और आईपीएस अफसरों को भी शामिल किया गया है. जिनमें 9 IAS और 3 IPS हैं. नियुक्त सभी पर्यवेक्षकों को 22 अगस्त को नई दिल्ली बुलाया गया है. जहां सुबह 9 बजे से चुनाव आयोग की केंद्रीय पर्यवेक्षकों के साथ मीटिंग होगी.
इलेक्शन कमीशन ने छत्तीसगढ़ के जीन 9 आईएएस अफसरों को ऑब्जर्वर बनाया है. उनमें हिमशिखर गुप्ता, राजेश सिंह राणा, नरेंद्र कुमार दुग्गा, भीम सिंह, डॉ. प्रियंका शुक्ला, जय प्रकाश मौर्या, संजीव कुमार झा, विनित नंदनवार और ऋतुराज रघुवंशी हैं. इलेक्शन के लिए ऑब्जर्वर बनाए गए तीन आईपीएस अधिकारियों में प्रशांत कुमार अग्रवाल, अभिषेक मीणा, उदय किरण का नाम शामिल है.