कोरबा। कोरबा जिले में एक बार फिर दहशत का माहौल बन गया है, क्योंकि 9 लोगों की जान लेने वाला कुख्यात दंतैल हाथी वापस लौट आया है। इस हाथी ने हाल ही में चांपा-जांजगीर और बिलासपुर जिलों में भी ग्रामीणों को खौफ में डाला था। अब यह हाथी कोरबा के कटघोरा वनमंडल के पाली क्षेत्र में सक्रिय है और लगातार ग्रामीणों की फसलों को नष्ट कर रहा है।
तबाही का सिलसिला जारी:
हाथी ने पाली क्षेत्र के डोंगानाला, गणेश पुल, और मुनगाडीह गांवों में जमकर तबाही मचाई है। कई किसानों की फसलें हाथी के पांव तले रौंद दी गई हैं, जिससे ग्रामीणों में दहशत फैल गई है। यह हाथी पहले भी इलाके में कहर बरपा चुका है, और उसकी वापसी से लोग भयभीत हैं। वन विभाग ने ग्रामीणों को सचेत रहने की सलाह दी है और हाथी के नजदीक न जाने की चेतावनी जारी की है।
वन विभाग की सतर्कता:
पाली रेंज के रेंजर संजय लकड़ा ने बताया कि वन विभाग की टीम हाथी की गतिविधियों पर नजर रख रही है और उसके द्वारा किए गए नुकसान का आकलन कर रही है ताकि प्रभावित किसानों को उचित मुआवजा दिया जा सके। विभाग के कर्मचारी दिन-रात हाथी के विचरण पर नजर बनाए हुए हैं, ताकि किसी भी संभावित अनहोनी को रोका जा सके।
ग्रामीणों में दहशत:
जंगली हाथियों का आतंक कोरबा जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार बना हुआ है। हाथियों की मौजूदगी ग्रामीणों के लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं है, और इससे जान-माल का खतरा लगातार बना हुआ है। वन विभाग की सतर्कता के बावजूद, हाथी की वापसी से इलाके में डर का माहौल है। ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए वन विभाग ने सभी आवश्यक कदम उठाने का आश्वासन दिया है।