बालको संयंत्र परिसर में फिर दोहराई जा रही है चिमनी हादसे की कहानी ! गुणवत्ताहीन सामग्री से हो रहा निर्माण कार्य, CEO की निगरानी में अधिकारियों और ठेकेदार की मिलीभगत से करोड़ों का भ्रष्टाचार !

कोरबा | बालको संयंत्र परिसर में इन दिनों चल रहा निर्माण कार्य एक बार फिर सवालों के घेरे में है। विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार परिसर में पूर्व में प्रतिबंधित और घटिया मटेरियल का उपयोग कर निर्माण कराया जा रहा है। बताया जा रहा है कि यह कार्य ठेकेदार RKTC कंपनी द्वारा किया जा रहा है, और इसमें संयंत्र के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ-साथ बालको CEO की मौन स्वीकृति और प्रत्यक्ष निगरानी की भी आशंका जताई जा रही है।
जानकारी के अनुसार, जिस सामग्री से वर्तमान में निर्माण कराया जा रहा है, वही गुणवत्ताहीन मटेरियल वर्ष 2009 के प्रसिद्ध चिमनी हादसे में उपयोग किया गया था, जिसमें कई मजदूरों की दर्दनाक मौत हुई थी। उस समय भी हादसे के पीछे बालको प्रबंधन द्वारा घटिया निर्माण सामग्री को ही मुख्य कारण बताया गया था।
अब एक बार फिर वही प्रतिबंधित सामग्री संयंत्र के भीतर उपयोग की जा रही है। पुराने जर्जर मटेरियल को फिर से री-यूज़ कर नया निर्माण कार्य दर्शाया जा रहा है। इसमें न केवल सुरक्षा मानकों की खुली अवहेलना हो रही है, बल्कि भविष्य में संभावित बड़े हादसे को भी आमंत्रित किया जा रहा है।
सूत्रों का दावा है कि यह पूरा निर्माण कार्य करोड़ों रुपये के भ्रष्टाचार से जुड़ा है, जहां ठेकेदार, अधिकारी और शीर्ष प्रबंधन आर्थिक लाभ के लिए संयंत्र की सुरक्षा और गुणवत्ता के साथ समझौता कर रहे हैं।
सबसे गंभीर बात यह है कि यह निर्माण कार्य बालको के CEO की सीधी निगरानी में हो रहा है, फिर भी कोई कार्यवाही या सुधारात्मक कदम नहीं उठाया गया है।
यदि समय रहते संबंधित एजेंसियों ने हस्तक्षेप नहीं किया, तो यह निर्माण कार्य भविष्य में किसी और विनाशकारी हादसे को जन्म दे सकता है। ज़रूरत है कि इस गंभीर मामले में तुरंत उच्च स्तरीय जांच कराकर जिम्मेदार अधिकारियों, ठेकेदार और CEO तक पर सख्त कार्यवाही की जाए।