छत्तीसगढ़

आदिवासी समाज की सहज-सरल संस्कृति अन्य समाज के लिए आकर्षण का केंद्र : टंकराम वर्मा

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रायपुर । आदिवासी समाज की संस्कृति, रहन- सहन, वेशभूषा, खान-पान सब बिलकुल सहज और सरल है। यह समाज सादगी पसंद और मेहनतकश है जो जल, जंगल और जमीन का रक्षक, प्रकृति की गोद में खेलने वाला तथा उसकी रक्षा करने वाला है। आदिवासी समाज की सहज और सरल संस्कृति अन्य समाज के लिए आकर्षण का केंद्र है। इस आशय के उद्गार राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा ने बलौदाबाजार के नगर भवन में सर्व आदिवासी समाज द्वारा आयोजित विश्व आदिवासी के अवसर पर व्यक्त किए।

उन्होंने कहा कि समाज अब शैक्षणिक, व्यापारिक सहित सभी क्षेत्रों में अन्य समाज के साथ तेजी से आगे बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपनें को साकार करने की दिशा में विष्णु देव सरकार द्वारा आदिवासियों के लिये अनेक योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। आदिवासी समाज की तरक्की से देश के विकास में गति आएगी। बुनियादी सुविधाएं आदिवासी समाज तक पहुँचाया जा रहा है।

इस अवसर पर आदिवासी समाज के प्रतिभावान छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया। समाज के लोगों को फलदार पौधे वितरित किए गए। मंत्री वर्मा ने सर्व आदिवासी समाज के द्वारा सामजिक भवन के लिए ग्राम कुकुरदी में जमीन आवंटन की माँग पर पहले जमीन चिन्हाकित करने तथा प्रक्रिया के साथ जमीन आवंटन करने की बात कही।

कार्यक्रम को पूर्व संसदीय सचिव डॉ सनम जांगड़े, नगर पंचायत अध्यक्ष पलारी यशवर्धन मोनू वर्मा, सर्व आदिवासी समाज युवा प्रभाग प्रांताध्यक्ष सुभाष परते, सर्व आदिवासी समाज के जिला अध्यक्ष भूपेंद्र धु्रवंशी ने भी सम्बोधित किया।

इस अवसर पर नगर पालिका अध्यक्ष चित्तावर जायसवाल, जनपद उपाध्यक्ष ईशान वैष्णव, स्काउट गाइड के राज्य उपाध्यक्ष विजय केशरवानी, बंशी लाल नेताम, भागमणि ध्रुव , प्रताप नाथ, राकेश नेताम सहित समाज के पदाधिकारी व समाज के सदस्य उपस्थित थे।

 

Markandey Mishra

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