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कोरबा स्वास्थ्य विभाग में टेंडर एक्सटेंशन का खेल — नियम ताक पर, फिक्सिंग बरकरार! तीसरे साल भी पुराने टेंडर पर ही चल रहा करोड़ों का खेल — चुनिंदा वेंडर को बना दिया स्थायी ठेकेदार

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कोरबा स्वास्थ्य विभाग में टेंडर एक्सटेंशन का खेल — नियम ताक पर, फिक्सिंग बरकरार!

तीसरे साल भी पुराने टेंडर पर ही चल रहा करोड़ों का खेल — चुनिंदा वेंडर को बना दिया स्थायी ठेकेदार

कोरबा | कोरबा के स्वास्थ्य विभाग में टेंडर प्रक्रिया को लेकर एक और बड़ा घोटाला सामने आ रहा है। जिस टेंडर की वैधता महज़ एक वर्ष की थी, उसे बिना नई निविदा प्रक्रिया के शानदार तीसरे साल तक खींचा जा रहा है। ये सब कुछ छत्तीसगढ़ भंडार क्रय नियमों का खुला उल्लंघन करते हुए किया जा रहा है, जिसमें साफ उल्लेख है कि विशेष परिस्थितियों में ही टेंडर को अधिकतम एक वर्ष तक ही विस्तारित किया जा सकता है।

लेकिन यहां न नियम बचे हैं, न पारदर्शिता — सिर्फ सेटिंग और कमीशन का स्थायी सिस्टम

 टेंडर एक्सटेंशन के नाम पर नियमों की खुली धज्जियाँ

  • विभाग ने 2021 में निकाले गए टेंडर को 2025 तक बिना पुनः निविदा प्रक्रिया के कंटीन्यू कर दिया।
  • मैन्युअल टेंडर नहीं निकाले गए, और जब GEM पर डालने की बात आई तो “प्रक्रिया नहीं आती” कहकर बहाना बना लिया गया।
  • इसी विभाग के कई अन्य टेंडर GEM पर ही किए गए हैं — यानी तकनीकी जानकारी की कमी का तर्क सिर्फ “मैनेजमेंट का हिस्सा” था।

जिन सेवाओं में टेंडर एक्सटेंशन चल रहा है :

  • कैंटीन व केटरिंग सेवा
  • प्रिंटिंग व स्टेशनरी सप्लाई
  • कंप्यूटर रिपेयरिंग एवं AMC
  • दवा परिवहन व सामान्य सप्लाई

इन सभी सेवाओं में वर्षों से वही पुराने ठेकेदारों को ही कार्यादेश मिलते जा रहे हैं।

क्यों हो रहा है ये खेल ? जवाब है — ‘स्थायी अधिकारी’ और ‘मैनेजमेंट’

  • करीब 10 वर्षों से कुछ गिने-चुने वेंडरों को ही काम दिया जा रहा है, जिसको जो काम मिला उसी को मिलता ही रहता है, और ये कोई संयोग नहीं, बल्कि सुनियोजित तंत्र है।
  • विभाग के एक चर्चित अधिकारी की “अंगद जैसी जमी हुई पोस्टिंग” ही इसकी रीढ़ है।
  • फ़ाइल अब भी उसी चर्चित लेखाधिकारी के चेम्बर में मौजूद है जिसको फ़ाइल चलाने का अधिकार ही नहीं है लेकिन स्वास्थ्य विभाग में सबकुछ जायज है।
  • साथ ही CMHO की मौन सहमति और पूरी मिलीभगत इस पूरे खेल को लगातार संरक्षण देती आ रही है।

अगले एपिसोड में – डीएमएफ फंड घोटाले का सबसे बड़ा खुलासा !

MK News Hub जल्द ही पेश करेगा 2020 के बाद के अब तक के सबसे बड़े डीएमएफ (DMF) फंड के उस घोटाले की रिपोर्ट, जिसमें करोड़ों की राशि फर्जी टेंडर के जरिए अपने चहेते ठेकेदार को देकर उपकृत कर दिया गया। 

“फिक्सिंग की फाइलें” – भाग 3, जल्द आने वाला है…

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