शिक्षक बने जमीन दलाल की हुई शिकायत, जल्द गिर सकती है गाज — ईमानदार कलेक्टर ने लिया संज्ञान
कोरबा। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में एक शासकीय शिक्षक पर गंभीर आरोपों की शिकायत सामने आई है। मूलतः हरियाणा निवासी और वर्तमान में चुइया (भटगांव) में पदस्थ शिक्षक हेमंत शर्मा के खिलाफ जंगल कटाई, शासकीय भूमि पर अवैध कब्जा, जमीन दलाली और राजस्व व वन विभाग के कर्मचारियों से मिलीभगत जैसे गंभीर आरोपों को लेकर कलेक्टर को एक विस्तृत शिकायत सौंपी गई है।
शिकायत में दावा किया गया है कि हेमंत शर्मा ने शिक्षक पद पर रहते हुए छात्रों को शिक्षित करने की बजाय भू-माफियाओं के साथ साठगांठ कर सरकारी ज़मीनों की खरीद-फरोख्त और अवैध कब्जों का नेटवर्क खड़ा किया है। शिकायतकर्ता ने यह भी आरोप लगाया है कि कोरबा के प्रसिद्ध पर्यटन क्षेत्र सतरेंगा व रूमगड़ा के वन क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर पेड़ों की कटाई कर वहां निजी कब्जे कर मकान और दुकानें बना दी गई हैं, जिनमें से एक निर्माण उनके पुत्र चेतन शर्मा द्वारा संचालित बताया गया है।
शिकायत में यह भी उल्लेख किया गया है कि यदि हेमंत शर्मा के पिछले छह माह के कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR) की जांच की जाए, तो यह स्पष्ट रूप से सामने आ सकता है कि पटवारी व वन विभाग के अधिकारियों के साथ उनकी कितनी बार बातचीत हुई है और किन जमीन सौदों को अंजाम दिया गया।
जिले के ईमानदार और सक्रिय प्रशासनिक अधिकारी कलेक्टर अजीत वसंत ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, प्रशासन ने प्राथमिक स्तर पर रिकॉर्ड खंगालना और संबंधित विभागों से जवाब-तलब की प्रक्रिया शुरू कर दी है। यदि शिकायतों की पुष्टि होती है तो हेमंत शर्मा के खिलाफ शासकीय सेवा नियमों व वन अधिनियम के तहत सख्त कार्रवाई तय मानी जा रही है।
शिकायतकर्ता ने मांग की है कि इस प्रकरण में एक संयुक्त जांच समिति गठित कर शिक्षक के कार्यों, उसकी संपत्ति और संलिप्त अधिकारियों की भूमिका की निष्पक्ष जांच कराई जाए। साथ ही वन और राजस्व विभाग की मिलीभगत पर भी सवाल उठाए गए हैं।
फिलहाल पूरा मामला जिला प्रशासन के रडार पर है और आने वाले दिनों में कार्रवाई की संभावना प्रबल मानी जा रही है।