छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ में कल तहसीलदारों की हड़ताल

Listen to this article

रायगढ़। शुक्रवार को हुए नायब तहसीलदार और वकीलों के बीच हुए विवाद ने विशाल रूप ले लिया है। वकील की विवादित पोस्ट के बाद ने फिर माहौल बिगाड़ा गया है। पुलिस देर रात आरोपी वकीलों की तलाश में उनके घरों पर छापे मारे, लेकिन किसी का पता नहीं चला। सबके मोबाइल फोन बंद हैं। इस बीच प्रदेश के सभी तहसीलदार और उनके अधीनस्थ कर्मचारी सोमवार को हड़ताल पर रहेंगे। वहीं SDM स्तर के अफसरों ने जिले के भी सभी सरकारी दफ्तर बंद रखने की चेतावनी दी है। बिगड़ते हालात को देखते हुए पुलिस भी सतर्क हो गई है। जिले भर से थानेदारों को रायगढ़ बुलाया गया है। नायब तहसीलदार से हुई मारपीट मामले में छत्तीसगढ़ कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा संघ ने सोमवार को हड़ताल का ऐलान किया है। इसमें संघ से जुड़े तहसीलदार, नायब तहसीलदार सहित राजस्व निरीक्षक, पटवारी, लिपिक, कोटवार और कार्यालय का स्टाफ भी शामिल रहेगा। सभी अपने-अपने कामों को बंद रखेंगे। इसके बाद मंगलवार को दोपहर 2 बजे रायपुर के बूढ़ा तालाब स्थल पर प्रेस वार्ता बुलाई गई है। वहां आगे की रणनीति को लेकर मीडिया से चर्चा करेंगे।

विवादित पोस्ट ने फिर माहौल बिगाड़ इससे पहले छत्तीसगढ़ राज्य प्रशासनिक सेवा संघ के अध्यक्ष आशुतोष पांडे की अगुआई में शनिवार को एक आपात बैठक में निंदा प्रस्ताव पारित हुआ था। देर शाम डिप्टी कलेक्टर, ज्वाइंट कलेक्टर और अपर कलेक्टर ने SP को ज्ञापन देकर आरोपी वकीलों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग की। इसके बाद CSP के नेतृत्व में चार टीमों ने देर रात आरोपी वकीलों के घर दबिश दी, लेकिन उनका पता नहीं चला। अब साइबर सेल की मदद से ट्रेस की जा रहा है। वही सारंगगढ़ के एक वकील एचएल कुर्रे के सोशल मीडिया पर किए गए विवादित पोस्ट ने फिर माहौल बिगाड़ दिया है। इस पोस्ट में तहसीलदार को भिखारी बताते हुए आपत्तिजनक बातें कही गई हैं। दुष्ट राजस्व अधिकारी सुधर जाए वरना अधिवक्ताओं के पास बड़े-बड़े हत्यारों, किलर की बगिया होती है। वहीं नेताओं-मंत्रियों पर भी टिप्पणी की गई है। इसके बाद पुसौर तहसीलदार ने चक्रधर नगर थाना प्रभारी को लिखित आवेदन देकर आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज करने को कहा है। मारपीट में उसका कोई हाथरविवार को एक वकीन भुवन साव को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके बाद सभी अधिवक्ता एकजुट होकर थाने पहुंच गए हैं। वहां पर हंगामा जारी है। अधिवक्ताओं का कहना है कि पुलिस ने जिस वकील को पकड़ा है, उसे जानकर फंसाया गया है। वह सिर्फ हंगामे वाले दिन वहां खड़ा था। मारपीट में उसका कोई हाथ नहीं है। उधर, कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के संयोजक मोहम्मद कलीम उल्लाह का कहना है आरोपी वकीलों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो कल से जिले के सारे कार्यालय बंद होंगे। कामकाज बंद की अनिश्चिकालीन धरना दिया जाएगा।

Markandey Mishra

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Check Also
Close