बीजापुर । क्षय उन्मूलन कार्यक्रम अंतर्गत विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) 2030, भारत शासन 2025 तक क्षय मुक्त करने के लक्ष्य को ध्यान रखते हुए, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा मार्च 2023 को वाराणसी में आयोजित विश्व टीबी दिवस कार्यक्रम में ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त करने हेतु पहल की गई है। भारत सरकार ने पंचायतों को टीबी मुक्त ग्राम पंचायत बनाने हेतु जिला क्षय उन्मूलन केन्द्र बीजापुर शासन की महत्वकांक्षी कार्यक्रम को सुचारू रूप से संचालन करने में जिला बीजापुर के सामुदायिक सहभागिता और प्रभावी स्वास्थ्य सेवाओं के परिणाम स्वरूप जिला स्तरीय, राज्य स्तरीय एवं केन्द्रीय टीम द्वारा सत्यापन उपरांत भारत सरकार ने बीजापुर जिले के कुल 167 ग्राम पंचायतों में से 25 ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त घोषित किया है।
(तोयनार, पदेड़ा, तोड़का, मर्रामेट्टा, बडे तुंगाली, दरभा, केतुलनार, कोशलनार, कुटरू, माटवाड़ा, तोयनार, बडेकाकलेर, अर्जुनाल्ली, चेरपल्ली, सेण्ड्रापल्ली,पामगल, कोत्तापल्ली, मिनकापल्ली, संकनपल्ली, तिम्मापुर, पुतकेल, मल्लेपल्ली, गगनपल्ली, गलगम, कोण्डापल्ली) टीबी उन्मूलन के इस अभियान को सफल बनाने में जिले के स्वास्थ्य विभाग, पंचायत विभाग एवं जिला प्रशासन का सामूहिक प्रयास रहा। क्षय (टी.बी.) रोग का समय पर जांच एवं पूर्ण ईलाज होने पर क्षय रोग पर जीत आसान है, इसका जांच एवं ईलाज शासन के द्वारा समस्त शासकीय अस्पतालों में पूर्णतः निःशुल्क है। साथ ही क्षय रोग के मरीजों को शासन के द्वारा प्रोत्साहन राशि के रूप में राशि 750.00 एवं पोषण आहार के रूप में प्रति माह राशि 500.00 रू. बैंक खाते के माध्यम से भुगतान किया जाता है।
क्षय उन्मूलन कार्यक्रम को विशेष ध्यान रखते हुए कलेक्टर अनुराग पाण्डेय के नेतृत्व में सीईओ जिला पंचायत हेमंत रमेश नंदनवार, सीएमएचओ डॉ.बी.आर.पुजारी के मार्गदर्शन में इस कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. राजेन्द्र रॉय, राजीव रंजन मिश्रा (डी.पी.एम.), 2025 से पहले जिला बीजापुर को क्षय मुक्त करने के लिए समर्पित है। जिला को क्षय मुक्त करने के लिए स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं एवं जिला प्रशासन के सहयोग से आज जिला बीजापुर को स्वास्थ्य के क्षेत्र में समस्त सुविधाएं उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है।