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परमाणु परीक्षण पर भारत का साथ देने वाले फ्रांस के राष्ट्रपति का निधन, PM मोदी ने जताया शोक

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति जैक शिराक के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि भारत एक सच्चे वैश्विक राजनीतिज्ञ और मित्र के जाने से दुखी है। भारत ने जब 1998 में परमाणु परीक्षण किए थे, उसके बाद शिराक ने उसका समर्थन किया था। शिराक का बृहस्पतिवार को निधन हो गया। वह 86 वर्ष के थे। उन्होंने 1995 से 2007 तक फ्रांस के राष्ट्रपति के रूप में सेवाएं दी।
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, ”जैक शिराक के निधन पर मैं गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। भारत एक सच्चे वैश्विक राजनीतिज्ञ के जाने से शोक में है। वह भारत के मित्र थे जिन्होंने भारत और फ्रांस के बीच रणनीतिक साझेदारी स्थापित करने और उसका निर्माण करने में निर्णायक भूमिका निभाई।”
भारत और फ्रांस की रणनीतिक साझेदारी जनवरी 1998 में भारत में शिराक की पहली यात्रा के दौरान शुरू हुई थी। वह बाद में एक बार फिर राष्ट्रपति के रूप में 2006 में भारत आए थे। फांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने भी देश को सम्बोधित करते हुए कहा, “हमने महान नेता को खो दिया है। हम उनसे उतना ही प्यार करते थे जितना की वो हमारे से करते थे।”
गौरतलब है कि फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति जैक शिराक का गुरुवार सुबह निधन हो गया। उनके पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि श्री शिराक अपने सभी परिजनों की मौजूदगी में अंतिम सांस ली। वह 86 वर्ष के थे और कुछ दिनों से बीमार थे।
जैक शिराक 1995 से 2007 तक फ्रांस के राष्ट्रपति रहे। उनका पहला कार्यकाल 1995 से 2002 और दूसरा कार्यकाल 2002 से 2007 तक था। वह मध्यमार्गी-दक्षिणपंथी राजनेता थे। वह दो बार फ्रांस के राष्ट्रपति बने थे। वह फ्रांस के प्रधानमंत्री भी रहे थे। उन्होंने फ्रांस में राष्ट्रपति का कार्यकाल सात साल से घटाकर पांच साल कर दिया था। वह 18 साल तक पेरिस के मेयर भी रहे। उनके पास प्रशासन का लंबा अनुभव था। कई तरह के भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे रहने के बावजूद उन्हें दोबारा राष्ट्रपति चुना गया।

Markandey Mishra

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