राजनांदगांव । कलेक्टर संजय अग्रवाल ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक ली। इस दौरान उन्होंने पीजी पोर्टल, पीजीएन जन शिकायत, कलेक्टर जनचौपाल, जिला स्तरीय जनसमस्या निवारण शिविर के प्रकरणों की गहन समीक्षा की। उन्होंने विभागवार समीक्षा के दौरान नाराजगी जाहिर करते हुए सभी विभागों को निर्धारित समय में लंबित प्रकरणों का निराकरण प्राथमिकता देते हुए करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने कहा कि भू-अर्जन के प्रकरणों के निराकरण में तेजी लाएं। जहां नामांतरण शेष रह गया है और जहां प्रक्रिया पूर्ण हो गई है, उसकी जानकारी प्रस्तुत करें। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि सभी अधिकारी अनुशासन में रहें तथा समय पर कार्य पूर्ण करें। उन्होंने कहा कि जिन ग्रामों में तथा शहरी क्षेत्रों में डायरिया की शिकायत प्राप्त हो रही है, वहां तत्काल स्वास्थ्य विभाग की टीम को ईलाज करने के निर्देश दिए। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की टीम को पानी का परीक्षण करने के लिए कहा। उन्होंने डोंगरगांव विकासखंड के ग्राम डोंगरगांव, बम्हनीभाठा, रामपुर, सोनेसरार, रीवागहन एवं घुमका विकासखंड के ग्राम देवादा, गिधवा, घुमका तथा डोंगरगढ़ विकासखंड के ग्राम बसंतपुर सहित अन्य प्रभावित ग्रामों में तत्काल चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने कहा। जल जीवन मिशन अंतर्गत अधूरे निर्माण कार्यों के संबंध में जानकारी ली तथा मार्च तक सभी निर्माण कार्य को पूर्ण करने के निर्देश दिए। कृषि विभाग से खेती-किसानी के कार्यों के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि किसानों को खाद-बीज की कमी नहीं होना चाहिए और सभी सहकारी समितियों में खाद-बीज की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर संजय अग्रवाल ने लीड बैंक मैनेजर से किसानों की आधार सिंडिंग में आ रही दिक्कत को दूर करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि जिन किसानों के ई-केवायसी शेष रह गए हैं, उनका निराकरण कराएं ताकि किसान शासन की योजनाओं से लाभान्वित हो सकें। उन्होंने कहा कि गणेश चतुर्थी एवं आने वाले अन्य पर्व में डीजे के माध्यम से ध्वनि प्रदूषण नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन अंतर्गत डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन का कार्य किया जा रहा है। इसके लिए सेवा शुल्क लें तथा स्वच्छता का पालन नहीं करने वालों पर अर्थदण्ड भी लगाएं। स्वच्छता के लिए यह जरूरी है कि इसके प्रति जागरूकता लाएं और लोगों को समझाईश दें। उन्होंंने दिव्यांगजनों के लिए आयोजित शिविर के संबंध में जानकारी ली तथा उनके सहायक उपकरण के लिए माप लेने तथा प्रमाण पत्र वितरण कराने के संबंध में आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजनों को आने-जाने तथा भोजन के लिए दिक्कत नहीं होनी चाहिए। कलेक्टर ने कहा कि सामुदायिक भवन को रोजगार केन्द्र के रूप में विकसित करें। उन्होंने एजुकेशन हब के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने प्रति शुक्रवार सभी अधिकारियों को पोट्ठ लईका अभियान अंतर्गत आंगनबाड़ी केन्द्रों में जाकर पालक चौपाल में शामिल होने के लिए कहा। गंभीर कुपोषित बच्चों के सुपोषण के लिए चलाए जा रहे इस अभियान में सबकी सहभागिता होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि उच्च न्यायालयों के निर्देश के परिपालन में सड़कों पर घुमंतू पशुओं पर कार्रवाई होनी चाहिए। ऐसे स्थानों का चिन्हांकन करें जहां मवेशी बैठते हैं और सूचना प्राप्त होने पर भी कार्रवाई करें। उन्होंने शहर में कुत्तों के काटने की समस्या को देखते हुए इसका समाधान करने के निर्देश दिए। उन्होंने पौधरोपण, जल जीवन मिशन, आयुष्मान कार्ड अपडेशन, 15 अगस्त की तैयारी, रेन वाटर हार्वेस्टिंग, फसल बीमा, पीटीएम सहित शासन की अन्य योजनाओं की समीक्षा की।
जिला पंचायत सीईओ सुरूचि सिंह ने कहा कि रेन वाटर हार्वेस्टिंग के लिए स्कूल एवं अन्य शासकीय भवनों में बनाई गई संरचना की मरम्मत प्राथमिकता से कराएं। इसका निरीक्षण किया जाएगा। उन्होंने वेस्ट मैनेजमेंट तथा प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट तथा स्वच्छ भारत मिशन के संबंध में जानकारी ली। इस अवसर पर अपर कलेक्टर सीएल मारकण्डेय, अपर कलेक्टर इंदिरा नवीन प्रताप सिंह, नगर निगम आयुक्त अभिषेक गुप्ता, संयुक्त कलेक्टर खेमलाल वर्मा, एसडीएम राजनांदगांव अतुल विश्वकर्मा, एसडीएम डोंगरगढ़ मनोज मरकाम, एसडीएम डोंगरगांव श्रीकांत कोर्राम सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।