छत्तीसगढ़

पर्यावरणविद अनुपम मिश्र और रंगकर्मी हबीब तनवीर की स्मृति में छत्तीसगढ़ में इस साल से दो नए पुरस्कार हो रहे शुरू

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02.10.22| छत्तीसगढ़ में इस साल से दो नए पुरस्कार शुरू हो रहे हैं। यह पुरस्कार पर्यावरणविद अनुपम मिश्र और रंगकर्मी हबीब तनवीर की स्मृति में दिया जाएगा। महात्मा गांधी की जयंती पर आयोजित सरकारी समारोह में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यह घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने कहा, वॉटर रिचार्जिंग के क्षेत्र में बेहतर काम करने वाले व्यक्ति और संस्था को ‘अनुपम मिश्र पुरस्कार’ दिया जाएगा। वहीं छत्तीसगढ़ में प्रसिद्ध रंगकर्मी ‘हबीब तनवीर’ के नाम पर भी पुरस्कार दिया जाएगा।

राजधानी रायपुर के शहीद स्मारक भवन में संस्कृति विभाग ने ‘गांधी, युवा और नए भारत की चुनौतियां’ विषय पर परिचर्चा आयोजित हुई। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री और छत्तीसगढ़ महतारी के तैलचित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम की शुरुआत की।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर आशीष सिंह की लिखित पुस्तक ‘सोनाखान 1857‘ और आमिर हाशमी की पुस्तक ‘जोहार गांधी‘ का विमोचन किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, पूरी दुनिया में जितनी भी क्रांति हुई है, वह युवाओं से हुई है, अन्याय के विरुद्ध प्रतिशोध की भावना जागृत हुई, परिवर्तन की अलख जगी। गांधी जी ने स्वावलंबन, प्रेम, सत्य, अहिंसा का रास्ता दिखाया और आजादी दिलाई।

मुख्यमंत्री ने कहा, गांधी जी ने वस्त्र इसलिए त्यागे क्योंकि उन्होंने हिन्दुस्तान की न्यूनतम आवश्यकताओं की परंपरा का निर्वहन किया। अगर आगे बढ़ना है तो हमें भी न्यूनतम आवश्यकताएं रखनी चाहिए। उन्होंने युवाओं से कहा कि अपना समय और ऊर्जा नये विचारों और कामों के लिए खर्च करें। गांधी जी चाहते थे युवा आत्मनिर्भर बनें, स्वावलंबी बनें, आगे बढ़ें, इन्हीं विचारों को लेकर गांधी जी भी आगे बढ़े। उन्होंने कहा कि गांधी ने अहिंसा, सत्य और प्रेम से लड़ाई लड़ी। मेहनत और समर्पण से स्व-रोजगार गढ़कर स्वावलंबी बनना गांधी जी का रास्ता है।

Markandey Mishra

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