छत्तीसगढ़

गम्भीरतापूर्वक ढंग से अपने कर्तव्यों का निर्वहन करें, संवेदनशीलता के साथ आमजनों के हित के लिए हो कार्य : राज्यपाल डेका

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अम्बिकापुर (ग्रामयात्रा छत्तीसगढ़ )। छत्तीसगढ़ के राज्यपाल रमेन डेका शुक्रवार को सरगुजा जिले के एकदिवसीय प्रवास पर रहे।  उन्होंने जिला पंचायत सभाकक्ष अम्बिकापुर में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक ली।

इस दौरान विभागीय योजनाओं के सम्बन्ध में चर्चा करते हुए गहन समीक्षा की गई। जल-संचयन, पौधारोपण एवं पर्यावरण संवर्धन, जैविक कृषि प्रोत्साहन, स्वच्छ भारत मिशन, टी.बी. का उन्मूलन, बाल लिंगानुपात, शिक्षा,  राष्ट्रीय एवं सांस्कृतिक धरोहरों का सरंक्षण,  स्वयं सहायता समूहों में महिलाओं की भागीदारी, नशामुक्ति, जनजातीय एवं वनवासी क्षेत्रों में शिक्षा एवं चिकित्सा सुविधाओं, इंडियन रेडक्रास सोसायटी जिला शाखा की गतिविधिययों जैसे विविध विषयों पर विस्तारपूर्वक चर्चा की गई।

बैठक के प्रारंभ में अपर कलेक्टर सुनील नायक ने जिले की संक्षिप्त जानकारी के साथ जिले में क्रियान्वित योजनाओं और उपलब्धियों के संबंध में राज्यपाल डेका को अवगत कराया।राज्यपाल डेका ने कहा कि शासन की सभी योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए और सभी पात्र हितग्राहियों को योजनाओं का पूरा लाभ मिले। संवेदनशीलता के साथ आमजनों के हित के लिए कार्य करें, सभी प्रशासनिक अधिकारी गम्भीरतापूर्वक ढंग से अपने कार्यों का निर्वहन करें। राज्यपाल रमेन डेका ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुँचना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि जनसहभागिता से ही जिले के समग्र विकास का लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है।

बैठक में कलेक्टर विलास भोसकर, पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार अग्रवाल, संभागीय नगर सेनानी राजेश पाण्डेय, डीएफओ तेजस शेखर, जिलापंचायत सीईओ विनय कुमार अग्रवाल,  विभागीय अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।

जल संरक्षण एवं वृक्षारोपण पर विशेष जोर  :

बैठक में राज्यपाल रमेन डेका ने जिले में जल संचयन एवं संरक्षण पर किए जा रहे कार्यों की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि लोगों को जल सरंक्षण के लिए जागरूक करें। रेन वॉटर हार्वेस्टिंग पर विशेष फोकस हो, ताकि भूजलस्तर में वृद्धि हो। पहाड़ी क्षेत्रों में वर्षा जल के बचाव के लिए कार्ययोजना बनाएं। जल संचयन व भू-जल स्तर में वृद्धि हेतु अधिक से अधिक पौधरोपण करें। पर्यावरण संरक्षण हेतु “एक पेड़ मां के नाम“ अभियान के तहत पौधारोपण अवश्य करें और लोगों को भी जागरूक करें।  उन्होंने कहा कि लगाए गए पौधों की नियमित निगरानी और सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी नियमित रूप से वनक्षेत्र का भ्रमण कर पेड़ों की कटाई को रोकने का प्रयास करें।

टी.बी. उन्मूलन और स्वास्थ्य सेवाएं  :

राज्यपाल डेका ने जिले में टी.बी. उन्मूलन के तहत किए जा रहे कार्यों की जानकारी ली। उन्होंने जांच, पॉजिटिव मरीजों की संख्या, निक्षय निरामय जांच एवं उपचार अभियान के क्रियान्वयन की जानकारी ली तथा लाभार्थियों तथा निक्षय मित्रों के पंजीयन की समीक्षा की। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए कि ग्रामीण और जनजातीय क्षेत्रों में विशेष स्वास्थ्य शिविर आयोजित कर अधिक से अधिक लोगों तक सेवाएं पहुंचाई जाएं। आदिवासी बहुल क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं की पहुंच पर विशेष फोकस हो।उन्होंने रेडक्रॉस सोसायटी के गठन के सम्बंध में जानकारी लेते हुए नियमित समीक्षा करने के निर्देश दिए।

आवास योजना और शैक्षणिक सुधार पर ध्यान  :

राज्यपाल डेका ने प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत निर्माणाधीन और पूर्ण आवासों की स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने निर्देशित किया कि निर्माण कार्य समय पर गुणवत्ता के साथ पूर्ण हों।

शिक्षा पर विशेष ध्यान देते हुए उन्होंने श्रमरत और अनाथ बच्चों की शिक्षा, बाल लिंगानुपात में सुधार, छात्राओं के स्कूल छोड़ने की दर में कमी लाने और समुचित पुस्तकालयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने की बात कही। उन्होंने सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियों जैसे कैंप, शिविर के आयोजन के माध्यम से बच्चों के नैतिक और सामाजिक मूल्यों के विकास पर बल दिया।

युवाओं और महिला सशक्तिकरण पर जोर  : 

राज्यपाल ने एनसीसी और एनएसएस जैसी संस्थाओं के प्रति युवाओं में रुचि बढ़ाने की अपील की, जिससे उनमें राष्ट्रीयता और अनुशासन का भाव उत्पन्न हो। उन्होंने महिलाओं की आजीविका बढ़ाने के लिए उनके कौशल का बेहतर उपयोग करने, स्वयं सहायता समूहों की भागीदारी बढ़ाने और उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने जिले में स्व सहायता समूहों द्वारा की जा रही आजीविका गतिविधियों तथा स्वरोजगार  हेतु किए जा रहे कार्यों की सराहना की।

नशामुक्ति, सहकारिता और सामाजिक सहभागिता पर विचार  : 

राज्यपाल डेका ने नशा मुक्ति के लिए जन-जागरूकता अभियान चलाने और सुधारात्मक उपाय अपनाने की आवश्यकता बताई। मादक पदार्थों के सेवन के रोकथाम हेतु जिले में नशीली सामग्रियों के परिवहन, भण्डारण व विक्रय पर प्रतिबंध लगाने हेतु आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए। सहकारिता की भावना को बढ़ावा देने, जनजातीय और वनवासी क्षेत्रों में शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर करने की दिशा में ठोस प्रयास करने को कहा।

पर्यटन स्थलों के विकास, राष्ट्रीय एवं सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण पर हुई चर्चा  :

राज्यपाल ने कहा की सरगुजा जिले में  पर्यटन की आपार सम्भवनाएं हैं। पर्यटन स्थलों के विकास के लिए कार्ययोजना बनाएं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जिले में स्थित राष्ट्रीय एवं सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण के प्रति जिला प्रशासन को कार्य करने की आवश्यकता है। पर्यटन स्थल में पर्यटकों की सुविधा के लिए समुचित व्यवस्था हो।

Markandey Mishra

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