छत्तीसगढ़

गढ़ कलेवा : अपने ही आदेश के चलते संस्कृति विभाग विवादों में

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रायपुर। संस्कृति विभाग अपने ही आदेश के चलते विवादों में आ गया है। परिसर में संचालित गढ़ कलेवा की टेंडर प्रक्रिया दो माह पूर्व निकाली गई थी। साथ ही वर्तमान में गढ़ कलेवा के संचालक को नोटिस दिया गया था कि अक्टूबर माह के बाद जो भी ट्रेंडर प्रक्रिया में चयनित होगा, उसे ही संचालन का जिम्मा दिया जाएगा। वहीं टेंडर प्रक्रिया पूरी नहीं होने के कारण गढ़ कलेवा पूरी तरह से विवादों में फंस गया है। वहीं संचालक ने बोर्ड लगाकर आमजनों को सूचित किया है कि शासकीय आदेश के अनुसार 30 अक्टूबर को गढ़ कलेवा बंद कर दिया जाएगा। साथ ही सोशल मीडिया में यह खबर फैलते ही राजनीति मायने भी निकाले जाने लगे। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जोगी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने ट्वीट कर कांग्रेस सरकार को आड़े हाथों लिया।
गौरतलब बात है कि विभाग ने गढ़ कलेवा के संचालन के लिए टेंडर प्रक्रिया जारी की थी। उक्त टेंडर में केवल दो ही महिला स्व सहायता समूह संचालन के लिए समक्ष आए। इन्हीं कारणों से विभाग ने टेंडर प्रक्रिया निरस्त कर दी। वहीं दूसरी ओर वर्तमान संचालक को अक्टूबर माह के बाद नए टेंडर प्रक्रिया के अंतर्गत खाली करने का नोटिस दिया था, उक्त आदेश को निरस्त न करने के कारण वर्तमान संचालक ने गढ़ कलेवा को बंद करने की सूचना बोर्ड पर टांग दी। वहीं देर रात विभाग के अधिकारियों ने संचालिका से बात कर संचालित करने को कहा है। साथ ही आश्वासन दिया है कि जब तक नया टेंडर नहीं होता तब तक आपको ही गढ़कलेवा को संचालित करना है।
– टेंडर प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है, वहीं आदेश के कारण गढ़ कलेवा संचालक ने बोर्ड लगा कर बंद करने की सूचना आमजनों को दी थी। अब पुनः उनसे बातचीत हो गई है। बोर्ड भी हटा दिया गया है। जब तक नई टेंडर प्रक्रिया नहीं होती, उक्त महिला स्व सहायता समूह ही संचालन करेगी। जे आर भगत, उपसंचालक, संस्कृति विभाग

Markandey Mishra

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