रायपुर। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल गुरुवार को रायपुर जेल में विधायक देवेंद्र यादव और सूर्यकांत तिवारी से मिलने पहुंचे। मुलाकात के बाद मीडिया से चर्चा करते हुए बघेल ने जेल प्रशासन और आईजी पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि विचाराधीन कैदियों से आईजी छुट्टी के दिन मिल सकता है और उन्हें धमका सकता है, लेकिन उन्हें सूर्यकांत तिवारी से मिलने की अनुमति नहीं दी गई।
भूपेश बघेल ने बताया कि उन्होंने जेल अधीक्षक को आवेदन दिया था कि वे सूर्यकांत तिवारी से मिलना चाहते हैं, लेकिन अधीक्षक ने ऊपर से परमिशन लेने की बात कहकर मिलने से मना कर दिया। बघेल ने इस पर नाराजगी जताते हुए कहा, “ऊपर से परमिशन का क्या मतलब है? वकील से मुलाकात की इजाज़त थी, लेकिन मुझे सूर्यकांत तिवारी से मिलने नहीं दिया गया।”
उन्होंने यह भी कहा कि विधायक देवेंद्र यादव से उनकी मुलाकात हुई, जिन्होंने बताया कि सूर्यकांत तिवारी को जेल में आईजी द्वारा धमकाया गया है और उनके परिवार को तबाह करने की धमकी दी गई है। सूर्यकांत ने कोर्ट में इस संबंध में आवेदन भी दिया है।
बघेल ने आगे कहा कि सूर्यकांत तिवारी पिछले दो सालों से जेल में हैं, और जब वे मुख्यमंत्री थे, तब भी उनसे मिलने नहीं गए। लेकिन हाल ही में ऐसी खबरें सामने आई हैं कि सूर्यकांत पर यह कहने के लिए दबाव डाला जा रहा है कि पैसे भूपेश बघेल को दिए जाते थे। बघेल ने इस मामले में सच्चाई जानने की कोशिश की, लेकिन उन्हें मिलने नहीं दिया गया
उन्होंने जेल अधीक्षक पर आरोप लगाते हुए कहा कि जेल में कैदियों से मिलने के लिए अधीक्षक से परमिशन ली जा सकती है, लेकिन फिर भी उन्हें मिलने नहीं दिया गया। बघेल ने कहा, “कब तक रोकेंगे? मैं फिर यहां आउंगा और आवेदन करूंगा।
यह घटनाक्रम राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बना हुआ है, और बघेल ने जेल प्रशासन पर गंभीर सवाल उठाए हैं।