छत्तीसगढ़

एसपी संतोष की टाइट पुलिसिंग के चलते पिछले चुनावों की अपेक्षा 366 गुना अधिक हुई कैश समेत अन्य समानों की जब्ती, निजात के असर से बिना एक भी एफआईआर निपटा चुनाव

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बिलासपुर- बिलासपुर जिले में शांतिपूर्ण चुनाव निपटने के बाद पुलिस प्रशासन के द्वारा पूरे आचार संहिता के दौरान हुई जब्ती व प्रतिबंधात्मक कार्यवाहियों के साथ वारंटो की तामिली के आंकड़े जारी किए गए हैं। जारी आंकड़ों के अनुसार पिछले चुनाव की अपेक्षा 366 गुना अधिक नगदी व सामान की जब्ती हुई है। साथ ही प्रतिबंधात्मक कार्यवाहियों व वारंटो की तामिली के आंकड़ों ने भी रिकॉर्ड बनाए है। चुनाव के दौरान लगभग 4000 प्रतिबंधात्मक कार्यवाहियां व फरार वारंटियों की गिरफ्तारी पुलिस ने की है।

बिलासपुर जिले में शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न करवाने में पुलिस की कड़ाई व लगातार पेट्रोलिंग के साथ ही निजात अभियान की अहम भूमिका रही। पुलिस की सक्रियता की वजह से चुनाव के दिन एक भी वाद विवाद की शिकायत एफआईआर दर्ज करने के लिए जिले के थानों को नहीं मिली। पुलिस के द्वारा पूरे वर्ष भर लगातार कार्यवाहियां व निजात अभियान के तहत नशे के सामानों की जब्ती तो की ही, साथ ही आचार संहिता में पुलिस की कार्यवाहियों व मादक पदार्थों पर जब्ती की रफ्तार और अधिक बढ़ गई। जिसका परिणाम यह रहा कि पिछले चुनावों की अपेक्षा इस चुनाव में 366 गुना अधिक नगदी रकम, चुनाव सामग्रियां व नशे के सामानों की जब्ती हुई। 2018 के चुनाव में जहां एक एक लाख 11 हजार 390 रुपए का माल जब्त किया गया वही 2023 कर आम चुनाव में 3 करोड़, 66 लाख रुपए का माल व नगदी ( एक करोड़,40 लाख) जब्त किया गया।

2018 में कैश के अलावा सिर्फ 30 साड़ियों की जब्ती:–

खास बात यह रही कि पिछले चुनाव में आचार संहिता के अलावा कैश के रूप में एक लाख ग्यारह हजार 390 रुपए के अलावा मात्र 30 पीस साड़ी जब्त की गई थी। तो वही इस चुनाव में आचार संहिता के दौरान कुल 25 मामलों में एक करोड़ रुपए 40 लाख रुपए कैश जब्त किए गए। कैश के अलावा 19 हजार 933 लीटर अवैध शराब, 76 किलो गांजा, सोना 0.911 केजी, चांदी 25.7 केजी ( कुल मूल्य एक करोड़, 10 लाख,63 हजार,270 रुपए), साड़ी व पांपलेट व अन्य चुनाव सामग्रियां ( 78 लाख, 85 हजार, 123 रुपए) की जब्ती की गई है।

पिछले वर्ष 2022 में कुल 3,912 प्रतिबंधात्मक कार्यवाहियां की गई थी। वर्ष 2023 में 20,921 लोगों पर प्रतिबंधात्मक कार्यवाहियां की गई। जिनमें से केवल आचार संहिता के दौरान ही 2,818 लोगों पर प्रतिबंधात्मक कार्यवाहियां की गई थी। साथ ही 1,158 फरार वारंटियो की तलाश कर उन्हें गिरफ्तार करते हुए अदालत में पेश किया गया। इनमें कई वारंटी ऐसे भी थे जिन्हें पुलिस ने अभियान चला कर अन्य प्रदेशों से गिरफ्तार किया गया था। कुल 31बदमाशों के खिलाफ जिला बदर के प्रकरण बना कर एसपी ने कलेक्टर को भेजे थे। इसके साथ ही रासुका की भी दो कार्यवाहियां भी की गई।

वोटिंग से एक दिन पहले बदमाशों की परेड निकाल दिया सख्ती का संदेश:–

17 नवंबर को वोटिंग होने से ठीक एक दिन पहले पुलिस ने गुंडा रजिस्टर में शामिल बदमाशों को थानावार तलब कर सख्ती से हिदायत दी गई। बदमाशों की परेड निकाल कर उन्हें संदेश दिया गया कि चुनाव प्रक्रिया में यदि वे कोई भी व्यवधान उत्पन्न करते है तो उनके साथ सख्ती से निपटा जाएगा। साथ ही चुनाव के दिन लगातार पेट्रोलिंग और शिकायत स्थल पर त्वरित गति से पुलिस टीम द्वारा पहुंचने पर कही भी अप्रिय स्थिति नहीं बनी और एक भी एफआईआर नहीं हुआ।

निजात अभियान का भी रहा शांतिपूर्ण चुनाव करवाने में बड़ा असर:–

जिले में विधानसभा चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न करवाने में पुलिस द्वारा चलाए जा रहे निजात अभियान की भी विशेष भूमिका रही नशे के कारोबारियों पर फरवरी माह से हो रहे लगातार कार्यवाहियों के चलते अवैध नशा कारोबारियों की कमर टूटी रही और इसका असर चुनावों में भी दिखा। इस साल फ़रवरी माह से अवैध नशा विशेषकर ड्रग्स और अवैध शराब के ऊपर लगातार कार्यवाहियों ने नशे के अवैध कारोबार पर अंकुश लगा। साथ ही सार्वजनिक जगहों पर शराब पीकर हुड़दंग करने वालों पर लगातार कार्यवाहियों से कड़ा संदेश भी गया। जबकि पूर्व में देखा गया था कि चुनाव के दिन और उसके पूर्व ऐसे तत्वों के द्वारा शराब का सेवन कर बदमाशी करते दिखते थे। ऐसे तत्व इस बार पूरी तरह गायब दिखे। पुलिस द्वारा आचार संहिता के दौरान रिकॉर्ड 19,933 लीटर और पिछले साल के 6,371 लीटर के बजाय ताबड़तोड़ कार्यवाही करते हुए इस वर्ष में अब तक 36,980 लीटर अवैध शराब जब्त कर सैकड़ों अवैध कारोबारियों को जेल भेजा है।

Markandey Mishra

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