रायपुर। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को लिखी गई चिट्ठी पर भाजपा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता देवलाल ठाकुर ने भूपेश बघेल पर तीखा हमला करते हुए कहा कि बघेल स्वयं कई बार संवैधानिक प्रक्रियाओं का उल्लंघन कर चुके हैं, इसलिए उन्हें संविधान, लोकतंत्र, और कानून व्यवस्था पर बोलने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।
देवलाल ठाकुर का बयान:
ठाकुर ने आरोप लगाया कि भूपेश बघेल ने अतीत में कई मौकों पर लोकतंत्र और कानून का मजाक बनाया है और कानूनी प्रक्रियाओं में बाधा उत्पन्न की है। उन्होंने कहा, “बघेल का आरोपियों का समर्थन करना और उनके पक्ष में भीड़ के साथ खड़े होना कहां संविधान में लिखा है?” उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस और भूपेश बघेल संविधान और लोकतंत्र की बात तो करते हैं, लेकिन संवैधानिक संस्थाओं का सम्मान नहीं करते।
विष्णुदेव साय का अनुभव और कद:
ठाकुर ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की तारीफ करते हुए कहा कि उनका राजनीतिक और प्रशासनिक अनुभव बेहद व्यापक है। उन्होंने कहा, “साय जी ने संगठन, मंत्री, विधायक, सांसद और अब मुख्यमंत्री के रूप में दशकों तक सेवा की है। उनका कद बहुत बड़ा है और उन्हें उन लोगों से सीखने की जरूरत नहीं है, जो खुद असंवैधानिक कृत्यों में लिप्त हैं।”
कानून के शासन पर जोर:
ठाकुर ने कहा कि विष्णुदेव साय के नेतृत्व में राज्य में कानून को पूरी छूट है और यह किसी भेदभाव या दबाव में नहीं आएगा। उन्होंने भूपेश बघेल को सलाह दी कि वे कानूनी प्रक्रियाओं में बाधा डालकर अपनी राजनीतिक लाभ की कोशिश न करें।
भाजपा की इस कड़ी प्रतिक्रिया से यह स्पष्ट हो गया है कि राज्य की राजनीति में तीखी बयानबाजी जारी रहेगी, खासकर जब संवैधानिक और कानूनी मुद्दों पर असहमति बढ़ रही है।