छत्तीसगढ़

फसल चक्र परिवर्तन : कृषक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित

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धमतरी । जिला प्रशासन की पहल पर ग्रीष्मकालीन धान के बदले दलहन, तिलहन और नगदी फसलों को लेने किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसी कड़ी में आज ग्राम लोहरसी में कृषक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कलेक्टर सुश्री नम्रता गांधी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि जल संरक्षण, मिट्टी की उर्वरता बनाए रखने हेतु फसल चक्र परितर्वन बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि बड़ी खुशी की बात है कि जिले के किसान फसल चक्र परिवर्तन के लिए एक कदम आगे बढ़कर अपनी सहभागिता सुनिश्चित कर रहे हैं। कलेक्टर ने कहा कि जिले में गिरते भूजल स्तर में कमी लाने फसल चक्र परिवर्तन आज की मांग है। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा किसानों को उच्च गुणवत्ता के बीज, ऋण एवं आवश्यक परामर्श और सुविधाएं मुहैय्या कराई जा रही हैं। जिले के किसान इसका अधिक से अधिक लाभ लेकर प्रगति की ओर अग्रसर होंवें।

कलेक्टर ने कहा कि धान की फसल में अधिक पानी, मेहनत, समय इत्यादि की अधिक जरूरत होती है, जबकि दलहन, तिलहन और नगदी फसलों में पानी, समय और मेहनत की बचत होती है और इससे धान की अपेक्षा अधिक आर्थिक लाभ मिलता है। कृषक जागरूकता कार्यक्रम में 14 किसानों को 17.76 हेक्टेयर क्षेत्र के लिए 15.80 क्विंटल चना बीज वितरित किया गया। इस अवसर पर संबंधित विभाग के अधिकारी, कर्मचारियों सहित बड़ी संख्या में किसान और ग्रामीणजन उपस्थित रहे।

Markandey Mishra

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