भिलाई। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से दुर्व्यवहार के आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर सिरसा गेट पर धरना दे रहे कांग्रेसियों और पुलिस के बीच मंगलवार को भिलाई-3 थाना के घेराव के दौरान जमकर झड़प हुई। स्थिति तब बिगड़ गई जब जामुल थाना प्रभारी की नाक पर चोट लग गई और खून बहने लगा, जिससे पुलिसकर्मी आक्रोशित हो गए। इसके बाद पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज किया, जिसमें कई कांग्रेसी घायल हो गए। कुम्हारी नगरपालिका अध्यक्ष राजेश्वर सोनकर भी लाठीचार्ज में चोटिल हुए हैं।
लाठीचार्ज के बाद स्थिति और तनावपूर्ण हो गई, और माहौल भिलाई-3 से कुम्हारी तक फैल गया। आंदोलनरत कांग्रेसी तितर-बितर हो गए, लेकिन उनका आरोप है कि पुलिस पाटन से आने वाले कांग्रेसियों को चुन-चुनकर पीट रही थी। इस पूरे घटनाक्रम पर दुर्ग जिले के एसपी जितेंद्र शुक्ला ने कहा कि कांग्रेसी बिना अनुमति के प्रदर्शन कर रहे थे, इसलिए उन्हें हटाया गया।
रायपुर में कांग्रेस की कड़ी प्रतिक्रिया
भिलाई में कांग्रेसियों पर हुए लाठीचार्ज की खबर से रायपुर स्थित प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में माहौल गरमा गया। प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने आपात प्रेस कांफ्रेंस बुलाई और इस लाठीचार्ज की कड़ी निंदा की। कांग्रेस मीडिया विभाग के चेयरमैन सुशील आनंद शुक्ला ने इसे बर्बरता करार दिया और कहा कि इस घटना ने सरकार और दुर्ग पुलिस के चरित्र को उजागर कर दिया है। कांग्रेस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए देर शाम आपात बैठक बुलाने का संकेत भी दिया है।
भिलाई सभापति और पार्षदों की तलाश में छापेमारी
भिलाई नगर निगम सभापति कृष्ण चंद्राकर और तीन कांग्रेस पार्षदों समेत जिन छह लोगों के खिलाफ भिलाई-3 पुलिस ने अपहरण और मारपीट के मामले दर्ज किए थे, उनमें पुलिस ने मंगलवार को सुबह भी छापेमारी की। बताया जा रहा है कि कृष्ण चंद्राकर से मिलने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल उनके घर पहुंचे थे, इसी दौरान पुलिस ने वहां छापा मारा। हालांकि, भूपेश बघेल के हस्तक्षेप के बाद पुलिस वहां से लौट गई।
इन घटनाओं के बाद भिलाई में राजनीतिक माहौल और भी गर्म हो गया है। कांग्रेस कार्यकर्ता धरनास्थल से हटने के बाद एकत्र होकर आगे की रणनीति बनाने में जुट गए हैं। घटनाक्रम से स्पष्ट है कि आने वाले दिनों में यह मामला और तूल पकड़ सकता है।