राजनीती Archives - MK News Hub https://www.mknewshub.com/category/politics/ Stay Informed, Stay Empowered! Tue, 24 Sep 2024 22:50:26 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.7.1 https://www.mknewshub.com/wp-content/uploads/2024/09/cropped-IMG_20240925_145601-32x32.jpg राजनीती Archives - MK News Hub https://www.mknewshub.com/category/politics/ 32 32 माल महाराज के मिर्जा खेले होली ! पूर्व राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने खेली है अब नई चाल… https://www.mknewshub.com/mal-maharajs-mirza-played-holi-former-revenue-minister-jaisingh-aggarwal-has-now-played-a-new-trick/?utm_source=rss&utm_medium=rss&utm_campaign=mal-maharajs-mirza-played-holi-former-revenue-minister-jaisingh-aggarwal-has-now-played-a-new-trick https://www.mknewshub.com/mal-maharajs-mirza-played-holi-former-revenue-minister-jaisingh-aggarwal-has-now-played-a-new-trick/#respond Tue, 24 Sep 2024 22:50:26 +0000 https://gramyatrachhattisgarh.com/?p=94672 कोरबा : कहते है रस्सी जल जाए पर बल नहीं जाता है। कुछ ऐसा ही हाल कोरबा विधानसभा से लगातार…

The post माल महाराज के मिर्जा खेले होली ! पूर्व राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने खेली है अब नई चाल… appeared first on MK News Hub.

]]>
कोरबा : कहते है रस्सी जल जाए पर बल नहीं जाता है। कुछ ऐसा ही हाल कोरबा विधानसभा से लगातार तीन बार विधायक रहे जयसिंह अग्रवाल, जो छत्तीसगढ़ के कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं उनका है, इनपर आजकल गंभीर सवाल उठ रहे हैं। उनके शासन में मजदूरों की समस्याओं की अनदेखी और उनके परिवार के ठेकेदारी के कारोबार पर जनता की चिंता बढ़ती जा रही है। अब जब उन्हें सत्ता से बेदखल किया गया है और कोरबा विधानसभा में करारी हार का सामना करना पड़ा है, तब अचानक से उन्हें मजदूरों की कठिनाइयों का ध्यान आने लगा है। यह स्थिति एक बड़ी राजनीतिक विडंबना है, जिसने लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया है।

 

जयसिंह अग्रवाल की राजनीतिक यात्रा को देखें तो यह साफ हो जाता है कि सत्ता में रहते हुए उन्होंने केवल अपने और अपने परिवार के व्यवसाय को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया। जब वह छत्तीसगढ़ के मंत्री बने, तब उन्हें मजदूरों की समस्याओं का कोई ध्यान नहीं था। उनका ध्यान केवल बालको में ठेकेदारी पर केंद्रित रहा। इस दौरान, उन्होंने स्थानीय मजदूरों की दुर्दशा को नजरअंदाज करते हुए अपने ठेकेदारी व्यवसाय को बढ़ावा दिया, जो उनकी कंपनी शांति इंजीकॉन और उसकी सहयोगी कंपनियों के माध्यम से चलाया गया।

 

इस प्रक्रिया में, पूरे कोरबा जिले को राखड़ में तब्दील कर दिया गया। यह न केवल स्थानीय पर्यावरण के लिए हानिकारक था, बल्कि मजदूरों के लिए भी। उनका ठेकेदारी वर्चस्व इतना मजबूत हो गया था कि आम जनता की गतिविधियों से कोई सरोकार नहीं रह गया। वे केवल अपने स्वार्थ के लिए काम कर रहे थे और स्थानीय लोगों की समस्याओं की अनदेखी कर रहे थे।

 

हाल के चुनावों में जब जयसिंह अग्रवाल को करारी हार का सामना करना पड़ा, तब अचानक से उनके मुंह से “जनहित” की बातें शुरू हो गईं। अब वह मजदूरों की कठिनाइयों का रोना रोने लगे हैं, जो उनके पिछले कार्यकाल के दौरान कभी नहीं दिखाई दिया। इस बदलते चेहरे ने लोगों को चौंका दिया है और उन्होंने इसे एक राजनीतिक नाटक के रूप में देखा है। जबकि समय गवाह है, इस तरह ले घड़ियाली आंसू बहाकर जयसिंह ने कइयों मर्तबा ठेका हासिल किया है।

 

वहीं, लखनलाल देवांगन, जो जनता द्वारा चुने गए विधायक हैं और अब छत्तीसगढ़ के उद्योग मंत्री हैं, मजदूरों की समस्याओं को प्राथमिकता देते हुए सक्रिय हैं। लखनलाल ने स्थानीय विकास पर ध्यान केंद्रित किया और अपने कार्यों से साबित किया कि वह जनता के प्रति समर्पित हैं। उनके प्रयासों से शहर को राखड़ से राहत मिली है, जबकि जयसिंह अग्रवाल अब जब अपनी खोई हुई प्रतिष्ठा पाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, तब लखनलाल का कद और भी ऊँचा हो गया है।

 

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के सुशासन में लखनलाल देवांगन की कार्यशैली ने न केवल उन्हें बल्कि सरकार को जनता का हीरो बना दिया है। उन्होंने अपने कार्यकाल में मजदूरों के हितों की रक्षा के लिए कई ठोस कदम उठाए हैं। उनके प्रयासों से न केवल मजदूरों को राहत मिली है, बल्कि स्थानीय विकास में भी तेजी आई है। उनकी सक्रियता और समर्पण ने जनता के बीच विश्वास जगाया है।

 

लखनलाल ने यह साबित कर दिया है कि एक सच्चा नेता वही होता है, जो जनता की आवाज सुनता है और उनके मुद्दों को हल करने के लिए काम करता है। उनके कार्यों के कारण, आज कोरबा की जनता की नजरों में वह एक आदर्श नेता के रूप में स्थापित हो चुके हैं।

 

इस बीच, जयसिंह अग्रवाल अब लखनलाल की बढ़ती लोकप्रियता से घबराए हुए हैं। उनकी ठेकेदारी का खेल अब खत्म होता दिख रहा है, और यही कारण है कि उन्होंने बालको प्रबंधन पर दबाव बनाने की कोशिशें शुरू कर दी हैं। यह सब कुछ जनता को धोखा देने के लिए है, ताकि वह अपने ठेकेदारी के व्यवसाय को बचा सकें। लेकिन अब जनता जागरूक हो चुकी है और वह इस राजनीतिक नाटक को समझ चुकी है।

 

कोरबा की जनता ने यह समझ लिया है कि लखनलाल देवांगन ही असली नायक हैं, जो उनके हितों की रक्षा कर रहे हैं। उन्होंने जयसिंह अग्रवाल की चालों को पहचान लिया है और अब वह उनकी झांसे में आने वाले नहीं हैं। लखनलाल की मेहनत और ईमानदारी ने उन्हें एक सच्चा नेता बना दिया है, जो वास्तव में जनहित में काम कर रहा है।

 

इस प्रकार, कोरबा की राजनीतिक स्थिति में बदलाव आ चुका है। जयसिंह अग्रवाल की छवि अब धूमिल हो चुकी है, और उनके दावों पर जनता का विश्वास कम होता जा रहा है। वहीं, लखनलाल देवांगन की कड़ी मेहनत और जनहित के प्रति समर्पण ने उन्हें जनता का हीरो बना दिया है। यदि जयसिंह अग्रवाल ने अपनी कार्यशैली में सुधार नहीं किया, तो आने वाले समय में उनके लिए राजनीतिक भविष्य अंधकारमय हो सकता है। अब कोरबा की जनता अपने अधिकारों के लिए उठ खड़ी हो चुकी है और वह किसी भी तरह की धोखाधड़ी के खिलाफ लड़ने के लिए तैयार है।

 

The post माल महाराज के मिर्जा खेले होली ! पूर्व राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने खेली है अब नई चाल… appeared first on MK News Hub.

]]>
https://www.mknewshub.com/mal-maharajs-mirza-played-holi-former-revenue-minister-jaisingh-aggarwal-has-now-played-a-new-trick/feed/ 0
कोरबा के प्रतिभाशाली फुटबॉल खिलाड़ियों के साथ हो रहा खुला अन्याय: जिला फुटबॉल संघ की लापरवाही से लगातार तीसरे साल टीम टूर्नामेंट से बाहर https://www.mknewshub.com/open-injustice-is-being-done-to-the-talented-football-players-of-korba-due-to-the-negligence-of-the-district-football-association-the-team-has-been-excluded-from-the-tournament-for-the-third-consecuti/?utm_source=rss&utm_medium=rss&utm_campaign=open-injustice-is-being-done-to-the-talented-football-players-of-korba-due-to-the-negligence-of-the-district-football-association-the-team-has-been-excluded-from-the-tournament-for-the-third-consecuti https://www.mknewshub.com/open-injustice-is-being-done-to-the-talented-football-players-of-korba-due-to-the-negligence-of-the-district-football-association-the-team-has-been-excluded-from-the-tournament-for-the-third-consecuti/#respond Wed, 18 Sep 2024 07:41:29 +0000 https://gramyatrachhattisgarh.com/?p=94132 कोरबा 18 सितंबर : नेताजी सुभाष चंद्र बोस स्टेडियम, एनटीपीसी कोरबा टाउनशिप में सीनियर महिला इंटर-जिले राज्य स्तरीय फुटबॉल चैम्पियनशिप 2024-25…

The post कोरबा के प्रतिभाशाली फुटबॉल खिलाड़ियों के साथ हो रहा खुला अन्याय: जिला फुटबॉल संघ की लापरवाही से लगातार तीसरे साल टीम टूर्नामेंट से बाहर appeared first on MK News Hub.

]]>
कोरबा 18 सितंबर : नेताजी सुभाष चंद्र बोस स्टेडियम, एनटीपीसी कोरबा टाउनशिप में सीनियर महिला इंटर-जिले राज्य स्तरीय फुटबॉल चैम्पियनशिप 2024-25 का आयोजन तो धूमधाम से हुआ, लेकिन यह आयोजन कोरबा के फुटबॉल प्रेमियों और प्रतिभाशाली खिलाड़ियों के साथ हो रही गंभीर नाइंसाफी को एक बार फिर उजागर करता है।

यह सोचने वाली बात है कि जहां राज्यभर की टीमें इस मंच पर अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए जुटी हैं, वहीं कोरबा की महिला फुटबॉल टीम पिछले तीन सालों से इस टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं ले रही है। और यह मामला केवल महिला टीम तक सीमित नहीं है—कोरबा की U-14, U-16, U-19, U-21 और सीनियर पुरुष टीमों का भी पिछले कई वर्षों से किसी भी बड़े टूर्नामेंट में नामोनिशान नहीं है। यह स्थिति कोरबा के फुटबॉल विकास के प्रति गंभीर उदासीनता और खिलाड़ियों के भविष्य के साथ खुला अन्याय है।

इसकी शुरुआत जनवरी 2022 में तब हुई, जब जिला फुटबॉल संघ के सचिव की मृत्यु के बाद, अध्यक्ष जयसिंह अग्रवाल ने बिना किसी पंजीकृत क्लब से चर्चा किए पवन गुप्ता को कार्यकारी सचिव नियुक्त कर दिया। यह नियुक्ति कोरबा फुटबॉल संघ में विवाद का कारण बनी, और तब से अब तक, कोरबा की किसी भी टीम ने न तो राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया है और न ही खिलाड़ियों को कोई उचित मंच मिला है।

कोरबा में फुटबॉल का यह हाल तब है, जब NTPC ने इस खेल को गोद लेकर इसे बढ़ावा देने के लिए कई पहल की हैं और पूरे राज्य के टूर्नामेंट यहीं आयोजित होते हैं। बावजूद इसके, कोरबा के स्थानीय खिलाड़ी मैदान में उतरने के लिए तरस रहे हैं। ऐसे समय में जब जिले के खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर नाम कमाने की क्षमता रखते हैं, उन्हें फुटबॉल संघ की आंतरिक राजनीति और खराब प्रबंधन का शिकार बनाया जा रहा है।

यह स्थिति सिर्फ खेल के लिए नहीं, बल्कि कोरबा के युवाओं के भविष्य के लिए भी चिंता का विषय है। प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को न सिर्फ उनके खेल कौशल को निखारने से रोका जा रहा है, बल्कि उनके सपनों को भी कुचल दिया जा रहा है। फुटबॉल के प्रति समर्पण रखने वाले खिलाड़ियों के लिए यह बेहद दर्दनाक है कि वे अपने ही शहर में आयोजित हो रहे टूर्नामेंट में भाग नहीं ले सकते।

कोरबा में हर साल बड़े स्तर पर फुटबॉल टूर्नामेंट होते हैं, जिनमें राज्यभर की टीमें हिस्सा लेती हैं, लेकिन कोरबा के खिलाड़ी अपनी ही धरती पर खेलने के हक से वंचित हैं। यह किसी मजाक से कम नहीं कि जहां NTPC फुटबॉल को बढ़ावा देने के लिए गंभीर प्रयास कर रहा है, वहीं जिला फुटबॉल संघ की लापरवाही ने खिलाड़ियों के सपनों को दफन कर दिया है।

आज समय आ गया है कि जिला फुटबॉल संघ के इस अनुचित रवैये पर सवाल उठाया जाए। अगर जल्द ही सुधारात्मक कदम नहीं उठाए गए, तो कोरबा का फुटबॉल भविष्य अंधकारमय हो जाएगा। कोरबा के खिलाड़ी यह जानने के हकदार हैं कि कब उन्हें उनके अपने जिले में खेलने का अवसर मिलेगा, और कब यह अन्याय खत्म होगा।

The post कोरबा के प्रतिभाशाली फुटबॉल खिलाड़ियों के साथ हो रहा खुला अन्याय: जिला फुटबॉल संघ की लापरवाही से लगातार तीसरे साल टीम टूर्नामेंट से बाहर appeared first on MK News Hub.

]]>
https://www.mknewshub.com/open-injustice-is-being-done-to-the-talented-football-players-of-korba-due-to-the-negligence-of-the-district-football-association-the-team-has-been-excluded-from-the-tournament-for-the-third-consecuti/feed/ 0
कोरबा के प्रतिभाशाली फुटबॉल खिलाड़ियों के साथ हो रहा खुला अन्याय: जिला फुटबॉल संघ की लापरवाही से लगातार तीसरे साल टीम टूर्नामेंट से बाहर https://www.mknewshub.com/open-injustice-is-being-done-to-the-talented-football-players-of-korba-due-to-the-negligence-of-the-district-football-association-the-team-has-been-excluded-from-the-tournament-for-the-third-consecu-2/?utm_source=rss&utm_medium=rss&utm_campaign=open-injustice-is-being-done-to-the-talented-football-players-of-korba-due-to-the-negligence-of-the-district-football-association-the-team-has-been-excluded-from-the-tournament-for-the-third-consecu-2 https://www.mknewshub.com/open-injustice-is-being-done-to-the-talented-football-players-of-korba-due-to-the-negligence-of-the-district-football-association-the-team-has-been-excluded-from-the-tournament-for-the-third-consecu-2/#respond Wed, 18 Sep 2024 07:41:29 +0000 https://gramyatrachhattisgarh.com/?p=94132 कोरबा 18 सितंबर : नेताजी सुभाष चंद्र बोस स्टेडियम, एनटीपीसी कोरबा टाउनशिप में सीनियर महिला इंटर-जिले राज्य स्तरीय फुटबॉल चैम्पियनशिप 2024-25…

The post कोरबा के प्रतिभाशाली फुटबॉल खिलाड़ियों के साथ हो रहा खुला अन्याय: जिला फुटबॉल संघ की लापरवाही से लगातार तीसरे साल टीम टूर्नामेंट से बाहर appeared first on MK News Hub.

]]>
कोरबा 18 सितंबर : नेताजी सुभाष चंद्र बोस स्टेडियम, एनटीपीसी कोरबा टाउनशिप में सीनियर महिला इंटर-जिले राज्य स्तरीय फुटबॉल चैम्पियनशिप 2024-25 का आयोजन तो धूमधाम से हुआ, लेकिन यह आयोजन कोरबा के फुटबॉल प्रेमियों और प्रतिभाशाली खिलाड़ियों के साथ हो रही गंभीर नाइंसाफी को एक बार फिर उजागर करता है।

यह सोचने वाली बात है कि जहां राज्यभर की टीमें इस मंच पर अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए जुटी हैं, वहीं कोरबा की महिला फुटबॉल टीम पिछले तीन सालों से इस टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं ले रही है। और यह मामला केवल महिला टीम तक सीमित नहीं है—कोरबा की U-14, U-16, U-19, U-21 और सीनियर पुरुष टीमों का भी पिछले कई वर्षों से किसी भी बड़े टूर्नामेंट में नामोनिशान नहीं है। यह स्थिति कोरबा के फुटबॉल विकास के प्रति गंभीर उदासीनता और खिलाड़ियों के भविष्य के साथ खुला अन्याय है।

इसकी शुरुआत जनवरी 2022 में तब हुई, जब जिला फुटबॉल संघ के सचिव की मृत्यु के बाद, अध्यक्ष जयसिंह अग्रवाल ने बिना किसी पंजीकृत क्लब से चर्चा किए पवन गुप्ता को कार्यकारी सचिव नियुक्त कर दिया। यह नियुक्ति कोरबा फुटबॉल संघ में विवाद का कारण बनी, और तब से अब तक, कोरबा की किसी भी टीम ने न तो राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया है और न ही खिलाड़ियों को कोई उचित मंच मिला है।

कोरबा में फुटबॉल का यह हाल तब है, जब NTPC ने इस खेल को गोद लेकर इसे बढ़ावा देने के लिए कई पहल की हैं और पूरे राज्य के टूर्नामेंट यहीं आयोजित होते हैं। बावजूद इसके, कोरबा के स्थानीय खिलाड़ी मैदान में उतरने के लिए तरस रहे हैं। ऐसे समय में जब जिले के खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर नाम कमाने की क्षमता रखते हैं, उन्हें फुटबॉल संघ की आंतरिक राजनीति और खराब प्रबंधन का शिकार बनाया जा रहा है।

यह स्थिति सिर्फ खेल के लिए नहीं, बल्कि कोरबा के युवाओं के भविष्य के लिए भी चिंता का विषय है। प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को न सिर्फ उनके खेल कौशल को निखारने से रोका जा रहा है, बल्कि उनके सपनों को भी कुचल दिया जा रहा है। फुटबॉल के प्रति समर्पण रखने वाले खिलाड़ियों के लिए यह बेहद दर्दनाक है कि वे अपने ही शहर में आयोजित हो रहे टूर्नामेंट में भाग नहीं ले सकते।

कोरबा में हर साल बड़े स्तर पर फुटबॉल टूर्नामेंट होते हैं, जिनमें राज्यभर की टीमें हिस्सा लेती हैं, लेकिन कोरबा के खिलाड़ी अपनी ही धरती पर खेलने के हक से वंचित हैं। यह किसी मजाक से कम नहीं कि जहां NTPC फुटबॉल को बढ़ावा देने के लिए गंभीर प्रयास कर रहा है, वहीं जिला फुटबॉल संघ की लापरवाही ने खिलाड़ियों के सपनों को दफन कर दिया है।

आज समय आ गया है कि जिला फुटबॉल संघ के इस अनुचित रवैये पर सवाल उठाया जाए। अगर जल्द ही सुधारात्मक कदम नहीं उठाए गए, तो कोरबा का फुटबॉल भविष्य अंधकारमय हो जाएगा। कोरबा के खिलाड़ी यह जानने के हकदार हैं कि कब उन्हें उनके अपने जिले में खेलने का अवसर मिलेगा, और कब यह अन्याय खत्म होगा।

The post कोरबा के प्रतिभाशाली फुटबॉल खिलाड़ियों के साथ हो रहा खुला अन्याय: जिला फुटबॉल संघ की लापरवाही से लगातार तीसरे साल टीम टूर्नामेंट से बाहर appeared first on MK News Hub.

]]>
https://www.mknewshub.com/open-injustice-is-being-done-to-the-talented-football-players-of-korba-due-to-the-negligence-of-the-district-football-association-the-team-has-been-excluded-from-the-tournament-for-the-third-consecu-2/feed/ 0
फर्जी निकले महापौर राजकिशोर प्रसाद, जाना पड़ेगा जेल ! https://www.mknewshub.com/mayor-rajkishore-prasad-found-to-be-fake-will-have-to-go-to-jail/?utm_source=rss&utm_medium=rss&utm_campaign=mayor-rajkishore-prasad-found-to-be-fake-will-have-to-go-to-jail https://www.mknewshub.com/mayor-rajkishore-prasad-found-to-be-fake-will-have-to-go-to-jail/#respond Wed, 21 Aug 2024 18:34:28 +0000 https://gramyatrachhattisgarh.com/?p=91523 कोरबा : कोरबा नगर पालिक निगम के महापौर राजकिशोर प्रसाद का जाति प्रमाणपत्र फर्जी प्रमाणित हो गया है। नगर पालिक…

The post फर्जी निकले महापौर राजकिशोर प्रसाद, जाना पड़ेगा जेल ! appeared first on MK News Hub.

]]>
कोरबा : कोरबा नगर पालिक निगम के महापौर राजकिशोर प्रसाद का जाति प्रमाणपत्र फर्जी प्रमाणित हो गया है। नगर पालिक निगम कोरबा के महापौर राजकिशोर प्रसाद के जाति प्रमाण पत्र को आदिमजाति विभाग के प्रमुख सचिव सोनमणि बोरा की अध्यक्षता वाली उच्च स्तरीय प्रमाणीकरण छानबीन समिति ने निरस्त कर दिया है। पूर्व राजस्व मंत्री ने अपनी चतुराई दिखाते कइयों योग्य महापौर के दावेदारों को दरकिनार कर पोपेट मेयर को कुर्सी पर बैठाया। राजस्व मंत्री होने के प्रभाव का ही यह नतीजा था कि ऐन निकाय चुनाव के समय चंद दिनों में जाति प्रमाणपत्र बनवा लिया गया। नगर सरकार की कुर्सी पर राजकिशोर बैठे और उसका नियंत्रण पूरा जयसिंह के हाथ मे था यही वजह है कि पिछले 10 साल से निगम क्षेत्र की जनता त्राहि माम् कर रही है। अपने राजनैतिक प्रभाव के कारण पिछली सरकार में इस मामले की पहले दिन से शिकायत होने पर भी 4 साल तक जांच तक नहीं कराई गई लेकिन साय सरकार ने इस पर सांय सांय काम किया और दूध का दूध और पानी का पानी कर दिया। अब इस मुश्किल के बाद महापौर की कुर्सी गो जाएगी ही साथ ही अगर सरकार ने नज़रे टेढ़ी की तो जेल भी जाना पड़ सकता है। नेता प्रतिपक्ष हितानंद अग्रवाल ने महापौर रहते ली गई सुविधाओं की रिकवरी तक कराने की मांग की है। इस प्रमाणपत्र को बनाने में कितनी फुर्ती दिखाई गई इसका अंदाजा इससे ही लगता है कि तहसीलदार ने 5 दिसम्बर को अस्थायी प्रमाणपत्र जारी किया और 6 दिसम्बर को ही एसडीएम ने स्थायी प्रमाणपत्र दे दिया। तब से ही इसकी शिकायत हो रही है।

बता दें कि एसडीएम कोरबा ने 6 दिसम्बर 2019 को राजकिशोर प्रसाद के पक्ष में ‘कोयरी’ या ‘कोइरी’ अन्य पिछड़ा वर्ग का स्थायी सामाजिक प्रास्थिति प्रमाण पत्र जारी किया था। उच्च स्तरीय प्रमाणीकरण छानबीन समिति ने जब सभी साक्ष्य और गवाहों के बयान के बाद प्रमाणपत्र निरस्त कर आगे की कार्रवाई के लिए कलेक्टर और डीएसपी को पत्राचार किया है।

The post फर्जी निकले महापौर राजकिशोर प्रसाद, जाना पड़ेगा जेल ! appeared first on MK News Hub.

]]>
https://www.mknewshub.com/mayor-rajkishore-prasad-found-to-be-fake-will-have-to-go-to-jail/feed/ 0
आखिरकार जयसिंह अग्रवाल ने ले ही लिया विधानसभा में अपनी हार का बदला ! https://www.mknewshub.com/finally-jaisingh-agrawal-took-revenge-for-his-defeat-in-the-assembly/?utm_source=rss&utm_medium=rss&utm_campaign=finally-jaisingh-agrawal-took-revenge-for-his-defeat-in-the-assembly https://www.mknewshub.com/finally-jaisingh-agrawal-took-revenge-for-his-defeat-in-the-assembly/#respond Mon, 19 Aug 2024 06:02:56 +0000 https://gramyatrachhattisgarh.com/?p=91290 कोरबा : विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद तिलमिलाए जयसिंह अग्रवाल ने अपनी हार का बदला उन बहनों…

The post आखिरकार जयसिंह अग्रवाल ने ले ही लिया विधानसभा में अपनी हार का बदला ! appeared first on MK News Hub.

]]>
कोरबा : विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद तिलमिलाए जयसिंह अग्रवाल ने अपनी हार का बदला उन बहनों से लिया है जो सालों से उनके लिए राखी लेकर पहुंचती थी लेकिन अपनी बौखलाहट में जयसिंह ने हार का जिम्मेदार शहर की महिलाओं को मानते हुए उनसे इस बार रक्षासूत्र न बंधवाने का निर्णय लिया। इधर शहर विधायक और उद्योग-श्रम मंत्री लखनलाल देवांगन ने महिलाओं से किये अपने वादे को निभाते करीब 10 हजार से अधिक बहनों से खड़े होकर अपनी कलाई पर न केवल राखी बंधवाई बल्कि उनके हर सुख-दुःख में खड़े रहने के अपने संकल्प को वापस से दोहराया है। लखन को न केवल कोरबा शहर के हर वार्ड की बहनों का आशीर्वाद मिला बल्कि कटघोरा विधानसभा से भी पहुंची बहनों ने अपना प्रेम राखी के रूप में उनको दिया है।

रक्षा बंधन का पर्व, जो भाई-बहन के बीच अटूट प्रेम और विश्वास का प्रतीक माना जाता है, इस बार कोरबा शहर में एक नया मोड़ ले आया है। विगत 15 वर्षों से पूर्व राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने कोरबा की गरीब बहनों से अपने कलाई पर राखी बंधवाकर इस पवित्र बंधन को निभाया था। हर साल की तरह बहनें इस वर्ष भी अपने भाई की कलाई पर राखी बांधने की उम्मीद लगाए बैठी थीं, लेकिन इस बार उन्हें निराशा हाथ लगी।

जयसिंह अग्रवाल, जो कि हाल ही के विधानसभा चुनाव में हार का सामना कर चुके हैं, इस वर्ष अपने निवास या कार्यालय में रक्षा बंधन का आयोजन करने में विफल रहे। यह कदम उन गरीब बहनों के लिए बहुत बड़ा आघात साबित हुआ, जिन्होंने पिछले 15 वर्षों से जयसिंह अग्रवाल को भाई मानकर राखी बांधी थी। इस बार उनकी कलाई सूनी रह गई और दिलों में ठेस पहुंची।

यह घटना सवाल खड़े करती है कि क्या जयसिंह अग्रवाल का रक्षा बंधन के प्रति स्नेह और प्रेम वास्तव में सच्चा था, या वह केवल एक राजनीतिक हथकंडा था? क्या यह पवित्र बंधन भी सिर्फ राजनीति के लिए इस्तेमाल किया जाता रहा? जब सत्ता हाथ से गई, तो क्या अपने बहनों के साथ वह भावनात्मक संबंध भी खत्म हो गया?

इस पूरे घटनाक्रम में एक और नाम उभर कर सामने आया, और वह है उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन का। लखनलाल देवांगन ने अपने सरकारी आवास पर रक्षा बंधन का आयोजन किया, जहां उन्होंने न केवल अपनी कलाई पर राखी बंधवाई, बल्कि कोरबा की बहनों को यह विश्वास दिलाया कि वह हमेशा उनके साथ खड़े रहेंगे। इस कदम ने जनता के दिलों में लखनलाल देवांगन की छवि को और भी मजबूती दी। उन्होंने यह दिखा दिया कि राजनीति के बीच भी मानवीय संबंधों की अहमियत है और वह अपने वादों को निभाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

लखनलाल देवांगन का यह कदम केवल एक सादगी भरा आयोजन नहीं था, बल्कि यह जनता से जुड़े रहने का एक संदेश भी था। उन्होंने अपनी बहनों से राखी बंधवाकर न सिर्फ अपनी राजनीतिक समझदारी का परिचय दिया, बल्कि यह भी साबित किया कि वह सत्ता की दौड़ में जीतने के बाद भी जनता से कटे नहीं हैं। यह एक ऐसा अवसर था जहां लखनलाल ने जनसंपर्क और विश्वास को अपने पक्ष में किया, जबकि जयसिंह अग्रवाल के पास इस बार का रक्षा बंधन मानो उनके राजनीतिक पतन की कहानी कह रहा था।

इस घटना के बाद जयसिंह अग्रवाल की आलोचना होना स्वाभाविक था। कोरबा के लोग, खासकर वह बहनें जिन्होंने उन्हें इतने सालों तक राखी बांधी, खुद को ठगा हुआ महसूस कर रही हैं। उनकी नजरों में जयसिंह अग्रवाल का यह कदम न केवल एक भावनात्मक धोखा था, बल्कि यह भी साबित करता है कि जब राजनीति का स्वार्थ पूरा हो जाता है, तो संबंधों का मूल्य कुछ नहीं रह जाता।

दूसरी ओर, लखनलाल देवांगन ने यह साबित कर दिया कि राजनीति में भी भावनाओं की अहमियत होती है। उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि कोरबा की बहनें खुद को अकेला न महसूस करें। उन्होंने राखी बंधवाकर एक बार फिर यह साबित किया कि राजनीति का असली मकसद जनता की सेवा करना है, न कि केवल सत्ता पाना।

कोरबा की जनता के बीच इस पूरे घटनाक्रम ने एक गहरा असर छोड़ा है। जयसिंह अग्रवाल, जिन्होंने इतने सालों तक बहनों के साथ रक्षा बंधन का पवित्र संबंध निभाया, अब एक ऐसे नेता के रूप में उभरकर सामने आए हैं, जो सत्ता के बिना अपने पुराने संबंधों को भी निभाने में असफल रहे। वहीं, लखनलाल देवांगन ने अपने सादगी और जनसेवा के प्रति समर्पण से खुद को जनता का सच्चा हितैषी साबित किया है।

आखिर में, यह कहना गलत नहीं होगा कि कोरबा की जनता ने इस बार एक नेता के खोखले वादों और दूसरे के जनसेवा के प्रति सच्चे संकल्प का फर्क स्पष्ट रूप से देखा है। जयसिंह अग्रवाल जहां जनता की नजरों में एक विलेन बनकर उभरे हैं, वहीं लखनलाल देवांगन ने खुद को कोरबा के हीरो के रूप में स्थापित किया है। यह घटना स्पष्ट रूप से दर्शाती है कि राजनीति में केवल सत्ता ही नहीं, बल्कि जनसेवा और भावनात्मक जुड़ाव का भी महत्व होता है।

The post आखिरकार जयसिंह अग्रवाल ने ले ही लिया विधानसभा में अपनी हार का बदला ! appeared first on MK News Hub.

]]>
https://www.mknewshub.com/finally-jaisingh-agrawal-took-revenge-for-his-defeat-in-the-assembly/feed/ 0
कोरबा में स्वतंत्रता दिवस पर धूमधाम से मनाया गया आज़ादी का 78वां पर्व: सेंट पालिटीव स्कूल और सनराइज हाई स्कूल में भव्य समारोह https://www.mknewshub.com/78th-independence-day-celebrated-with-great-pomp-on-independence-day-in-korba-grand-celebrations-at-st-palitiv-school-and-sunrise-high-school/?utm_source=rss&utm_medium=rss&utm_campaign=78th-independence-day-celebrated-with-great-pomp-on-independence-day-in-korba-grand-celebrations-at-st-palitiv-school-and-sunrise-high-school https://www.mknewshub.com/78th-independence-day-celebrated-with-great-pomp-on-independence-day-in-korba-grand-celebrations-at-st-palitiv-school-and-sunrise-high-school/#respond Thu, 15 Aug 2024 19:21:56 +0000 https://gramyatrachhattisgarh.com/?p=90970   कोरबा : 15 अगस्त 2024 को कोरबा जिले में स्वतंत्रता दिवस के 78वें पर्व को भव्य तरीके से मनाया…

The post कोरबा में स्वतंत्रता दिवस पर धूमधाम से मनाया गया आज़ादी का 78वां पर्व: सेंट पालिटीव स्कूल और सनराइज हाई स्कूल में भव्य समारोह appeared first on MK News Hub.

]]>
 

कोरबा : 15 अगस्त 2024 को कोरबा जिले में स्वतंत्रता दिवस के 78वें पर्व को भव्य तरीके से मनाया गया। रिमझिम फुहारों के बीच गरिमामय वातावरण में आयोजित इस समारोह ने जिले भर में उत्साह और राष्ट्रीय भावना को प्रोत्साहित किया।

सेंट पालिटीव स्कूल, पंडित रविशंकर शुक्ल नगर में आयोजित समारोह में वार्ड पार्षद डी. अब्दुल रहमान ने ध्वजारोहण किया। अपने प्रेरणादायक भाषण में, अब्दुल रहमान ने कहा, “आज हम एक नई ऊर्जा और उम्मीद के साथ स्वतंत्रता दिवस मना रहे हैं। यह दिन हमें हमारे स्वतंत्रता सेनानियों की कुर्बानियों की याद दिलाता है, जिन्होंने हमारे देश को स्वतंत्रता दिलाने के लिए अपार संघर्ष किया। हमें उनके सपनों को साकार करने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए। एकता, अखंडता और सामाजिक समरसता हमारे देश की ताकत हैं, और हम सभी को मिलकर इन्हें बनाए रखना होगा। आज हम संकल्प लें कि हम अपने कर्तव्यों को पूरी निष्ठा और ईमानदारी से निभाएंगे।”

इस आयोजन में स्कूल के बच्चों ने भी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में नृत्य, गीत और नाटक के माध्यम से बच्चों ने देशभक्ति की भावना को उजागर किया।

कृष्णा नगर स्थित सनराइज हाई स्कूल में भी स्वतंत्रता दिवस धूमधाम से मनाया गया। यहां भी अब्दुल रहमान द्वारा भारत माता को सलामी देते हुए 2000 रुपये का योगदान किया गया। इस समारोह में कोरबा शहर के कई प्रमुख नागरिक और वरिष्ठजन शामिल हुए और ध्वजारोहण में भाग लिया।

समारोह में गणेश्वर दुबे, महेश शुक्ला, अधिवक्ता जगदीश प्रधान, अंबर शर्मा, अखिलेश चंदेल, डांडिया उत्सव समिति के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल, देवासी रोय, देबू जी और अन्य गणमान्य नागरिकों ने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई और स्वतंत्रता की भावना को प्रोत्साहित किया।

इस प्रकार, आज़ादी का अमृत महोत्सव कोरबा जिले में एक प्रेरणादायक और यादगार समारोह के रूप में मनाया गया, जिसने सभी को एकता और देशभक्ति की भावना से भर दिया।

The post कोरबा में स्वतंत्रता दिवस पर धूमधाम से मनाया गया आज़ादी का 78वां पर्व: सेंट पालिटीव स्कूल और सनराइज हाई स्कूल में भव्य समारोह appeared first on MK News Hub.

]]>
https://www.mknewshub.com/78th-independence-day-celebrated-with-great-pomp-on-independence-day-in-korba-grand-celebrations-at-st-palitiv-school-and-sunrise-high-school/feed/ 0