रायपुर। राजधानी में साढ़े 27 लाख की लूट के मामले में पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। दरअसल, यह लूट नहीं बल्कि एक तांत्रिक द्वारा की गई ठगी थी। पुलिस ने बताया कि तांत्रिक विजय पांडेय ने व्यवसायी की पत्नी को उनके पति और बच्चे की मृत्यु का भय दिखाकर तंत्र-मंत्र के जरिए इसे टालने का दावा किया। इसके लिए उसने सोने-चांदी की ज्वेलरी और 16.75 लाख रुपये नगद ठग लिए। आरोपी ने महिला को निर्देश दिया कि यदि उसके पति इस बारे में पूछें, तो वह इसे लूट का मामला बता दे।
घटना का खुलासा तब हुआ जब 19 अगस्त की सुबह गुढियारी पुलिस को सूचना मिली कि आदर्श विहार कॉलोनी, गुढियारी में रात करीब 3 बजे लूट हुई है। पुलिस ने तत्काल घटनास्थल पर पहुंचकर व्यवसायी रवि किशोर केशरवानी और उनकी पत्नी स्वाती केशरवानी से पूछताछ की। स्वाती केशरवानी ने पुलिस को बताया कि तांत्रिक विजय पांडेय ने उन्हें बताया था कि अगर वह 30 लाख रुपये रक्षाबंधन से पहले जमा नहीं करेंगी, तो उनके पति और बच्चे की मृत्यु हो जाएगी। इस डर से महिला ने बिना पति को बताए तांत्रिक को सोने के 17.5 तोले जेवरात, 375 ग्राम चांदी और 16.75 लाख रुपये नगद, कुल मिलाकर 27,51,000 रुपये सौंप दिए।
तांत्रिक ने बाद में महिला को निर्देश दिया कि अगर उसके पति पूछें, तो वह इसे लूट का मामला बताकर 3-4 लोगों द्वारा घर में जबरन घुसने और गहने व पैसे लूटने की कहानी बनाए। इसके पहले भी विजय पांडेय नामक तांत्रिक ने व्यवसाय में बढ़ोत्तरी के लिए उनके घर जाकर पूजा-पाठ करवाया था।
पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और व्यवसायी की रिपोर्ट पर थाना गुढियारी में अपराध क्रमांक 541/24 धारा 308(5) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया। एसएसपी संतोष सिंह के निर्देश पर त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी विजय पांडेय को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी के पास से सोने-चांदी के जेवरात और नगदी रकम बरामद की गई है। पूछताछ में आरोपी ने ठगी की बात स्वीकार कर ली है। पुलिस मामले की आगे जांच कर रही है।