छत्तीसगढ़

कारोबारी ने बेटे-बेटी को जहर देकर लगाई फांसी, बाप-बेटी की मौत

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अम्बिकापुर, 7 मार्च। अंबिकापुर नगर के गांधीनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत वसुंधरा कॉलोनी में एक सीमेंट कारोबारी ने 8 वर्षीय बेटी व डेढ़ वर्षीय बेटे को कुरकुरे में जहर देने के बाद फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस घटना में पिता-बेटी की मौत हो गई, जबकि बेटे का उपचार चल रहा है, उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई है।
गांधीनगर पुलिस को घटनास्थल से 6 पेज का सुसाइड नोट मिला है, जिसमें 7 लाख उधार, आर्थिक तंगी व घरेलू झगड़े से परेशान होकर फांसी लगाना प्रतीत हो रहा है। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।

पुलिस के मुताबिक वसुंधरा कॉलोनी में रहने वाले सुदीप मिश्रा की गोधनपुर में ही सीमेंट की दुकान है। रविवार की रात लगभग 8.30 बजे वह दुकान से अपने घर आए और अपनी पत्नी अंजली मिश्रा को बोले कि साली घर पर आई हुई है, बाजार घुमा कर व कुछ शॉपिंग करा कर ले आओ। पत्नी और साली जैसे ही बाजार गईं, सुबोध ने कुरकुरे में जहर मिलाकर अपने 8 वर्षीय पुत्री सृष्टि व डेढ़ वर्षीय पुत्र को खिला दिया। जहर खिलाने के कुछ देर बाद जैसे ही पुत्र-पुत्री गंभीर अवस्था में पहुंचे, तो उसने स्वयं भी फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
पत्नी और साली जब बाजार से घर लौटे तो बेटे-बेटी को गंभीर अवस्था एवं पति को फांसी पर लटकता देख चीखने-चिल्लाने लगी। आसपास के लोगों ने तत्काल घटना की जानकारी पुलिस को दी और तीनों को मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सक ने सुबोध मिश्रा व सृष्टि को मृत घोषित कर दिया,वहीं डेढ़ वर्षीय पुत्र का उपचार जारी है। इस घटना से पूरी कॉलोनी में शोक का वातावरण है। पुलिस द्वारा मामले की जांच की जा रही है ।

वसुंधरा कॉलोनी में सुदीप मिश्रा अपनी पत्नी, दो बच्चे व सास-ससुर के साथ रहते थे। सास-ससुर नीचे फ्लोर में रहते थे एवं पति-पत्नी व बच्चे फस्र्ट फ्लोर में रहते थे। कुछ दिन पहले सुबोध की साली घर पर आई हुई थी और उसके ससुर बेटी के ससुराल गए हुए थे। रविवार की रात पत्नी व साली को बाजार भेजने के बाद घर में केवल उसकी सास मौजूद थी, जिन्हें आंखों से उतना ज्यादा दिखता नहीं है। जैसे ही पत्नी और साली बाजार गए सुदीप द्वारा अपने बेटे व बेटी को कुरकुरे में जहर मिलाकर देने के बाद खुद भी फांसी लगा लिया।

पुलिस को घटनास्थल से मिले सुसाइड नोट में यह बात सामने आई है कि उसकी पत्नी अंजली मिश्रा जो कि उसे सेकंड फ्लोर में घर बनाने के लिए बोली थी, जिसे लेकर घरेलू विवाद की स्थिति भी निर्मित हुई थी। वह घर कैसे बनाएगा और 7 लाख उसका मार्केट में उधार, बच्चों की परवरिश व सास की देखभाल कैसे करेगा व अन्य कारणों से वह काफी डिप्रेशन में था। जिसके कारण उसने अपने बेटे-बेटी को जहर देने के बाद फांसी लगाने जैसा कदम उठाया। छ: पन्ने के सुसाइड नोट में और भी कई सारी बातें सामने आई है, जिसकी जांच पुलिस कर रही है।

जांच चल रही है-एएसपी

उक्त मामले को लेकर सरगुजा एडिशनल एसपी विवेक शुक्ला ने ‘छत्तीसगढ़Ó को बताया कि मृतक सुबोध मिश्रा अपने दो बच्चों को जहर देने के बाद फांसी लगा लिया, जिसमें सुबोध व उसकी 8 वर्षीय पुत्री की मौत हो गई है। उसके घर से पुलिस को 6 पन्ने का सुसाइड नोट मिला है, जिसमें मार्केट में 7 लाख उधार बच्चों व सास की देखभाल कैसे करेगा एवं दूसरे फ्लोर में मकान बनाने को लेकर वह डिप्रेशन में था, जिसके चलते उसने यह कदम उठाया है। श्री शुक्ला ने कहा कि 6 पन्ने के सुसाइड नोट में और भी लंबी चौड़ी बातें हैं, जिसकी जांच पुलिस कर रही है।

Markandey Mishra

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