रायपुर । भाजपा प्रदेश प्रवक्ता संदीप शर्मा ने प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत द्वारा धान खरीदी, उसकी कस्टम मिलिंग व उसके रखरखाव में भ्रष्टाचार के आरोप पर कड़ा ऐतराज करते हुए कहा है कि भ्रष्टाचार के विषय पर कांग्रेस का कुछ भी बोलना ‘सौ-सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को चली’ के चरित्र का परिचायक है। भाजपा सरकार ने किसानों के कल्याण, उनके आर्थिक सशक्तीकरण और कृषि को लाभकारी बनाने के जितने काम पारदर्शिता के साथ किए हैं, कांग्रेस के लोग उसे पचा नहीं पा रहे हैं।
शर्मा ने कहा कि सत्ता में रहकर हर मौकों को अपने लिए भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी का अवसर बनाने के माहिर खिलाड़ी कांग्रेस के लोगों को अब भी वही सब उसी तरह नजर आ रहा है जैसे पीलिया के मरीज को सब कुछ पीला-पीला नजर आता है। किसानों के नाम पर ढोल पीट-पीटकर कांग्रेस की सरकार ने कदम-कदम पर किसानों के साथ न केवल छल-कपट की पराकाष्ठा की, अपितु धान खरीदी के नाम पर उनके स्वाभिमान व सज्जनता को रौंदने में कोई कसर बाकी नहीं रखी थी। कांग्रेस के शासनकाल में किसानों को चार किश्तों में उनकी उपज का मूल्य तड़पा-तड़पाकर गांधी परिवार के लोगों के जन्मदिन या पुण्यतिथि पर खैरात की तरह दिया जाता था। शर्मा ने महंत समेत तमाम कांग्रेस नेताओं को याद दिलाया कि 2 साल का बकाया बोनस देने का वादा करके कांग्रेस अपने उस वादे से मुकर गई थी। अनलिमिटेड धान की खरीदी करेंगे, यह वादा राहुल गांधी ने किया था, वह भी कांग्रेस ने पूरा नहीं किया।
उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार ने आते ही किसानों को उनकी उपज का मूल्य 3100 रुपए प्रति क्विंटल की दर से एकमुश्त दिया, धान खरीदी की लिमिट को प्रति एकड़ 21 क्विंटल कर दिया और साथ ही 2 वर्षों के बकाया बोनस का भी भुगतान कर दिया। केंद्र सरकार ने भी किसानों के हित के लिए नई-नई योजनाओं को लागू किया है, उनकी स्वीकृति भी कैबिनेट में दी है। किसान सम्मान निधि के तहत किसानों को 6000 रुपए प्रतिवर्ष मिल रहे हैं। किसानों का समुचित रूप से सर्वांगीण विकास हो रहा है। शर्मा ने कहा कि दरअसल कांग्रेस इसी बात से पूरी तरह से निराश व हताश है और गाहे-बगाहे अनर्गल बातें करके बेबुनियाद आरोप लगाती रहती है। कांग्रेस की अब यही नियति हो गई है। उसके पास कोई चारा भी नहीं बचा है।