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बालको का कूलिंग टॉवर फैला रहा अशांति, शांति नगर में रहने वाले हो रहे बीमार

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कोरबा, बालको लोगो को किस कदर परेशान कर रहा है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 50 साल पहले व्यवस्थित बस्ती के लोग अब लगातार गंभीर बीमारी की जद में आ रहे है। बालको ने शांति नगर के लोगो के जीवन मे अशांति ला दी है, पिछले 13 साल से न्याय की आस में ये लोग हर रोज अपनी जिंदगी गम्भीर बीमारी के जद में ला रहे है। आलम ये है कि समझौते के बाद भी इस इलाके के लोगो को व्यवस्थापन नहीं दिया जा रहा है ऊपर से प्रदूषण का स्तर बढ़ा इनके स्वस्थ जीवन में बीमारियों का जहर घोला जा रहा है ये हम नहीं कह रहे बल्कि प्रशासन की जांच रिपोर्ट कहती है।

दरसअल अल्युमिनियम उत्पादक कम्पनी बालको की सहयोगी कंपनी स्टर लाइट जो कि वेदांता के नाम से जानी जाती है उसने विधुत उत्पादन के क्षेत्र में भाग्य आजमाइश का निर्णय लिया। संयंत्र परियोजना को बालको नगर के रहवास क्षेत्र से महज 150 मीटर दूर में स्थापित किया गया हद तो तब हो गई जब भूमि होते हुए वेदांता ने बालको के 1200 मेगावाट प्रोजेक्ट हेतु कूलिंग टॉवर बालको नगर थाना क्षेत्र के बाउंड्री में तैयार करना शुरू कर दिया। जबकि इससे महज 20 मीटर दूर शांति नगर वर्षो से स्थापित है। साल 2011 से लोगो ने इसका विरोध किया 2013 में विस्थापन पर सहमति भी बनी लेकिन आज भी शांति नगर के लोगो को पता नहीं कूलिंग टॉवर के शोर और केमिकल रिएक्शन से बचकर कहाँ भागना है। इस कूलिंग टावर से प्रभावित कथित 86 परिवार में से अब भी 50 परिवार यहाँ बसे हुए है बाकी लोगो के मकान झूठे वादे कर बेजा तरीके से तोड़ दिए गए। ये परिवार अपना हक पाने 13 सालों से कभी प्रशासन के चौखट पर माथा टेकते है तो कभी अदालत के दरवाजे को खटखटाते है कागजों में जीत अमूमन हर दरबार में मिलती है लेकिन कुछ नहीं मिलता है तो वो न्याय जिसकी पर प्रशासन की मौजूदगी में बालको ने लिखित स्वीकृति दी थी। प्रदूषण के बीच अपनई जिंदगी दांव पर लगा रह रहे 50 परिवारों के करीब 76 लोग मौजूदा स्थिति में बीमार है स्वास्थ्य अमले की जांच में यहां रहने वाले लोगो में सर्दी खांसी के 20, बीपी शुगर के 13, अस्थमा के 3 व अन्य बीमारी के चपेट में आने वालों की संख्या करीब 50 मरीजों की है यहाँ का ध्वनि प्रदुषण भी दिन में 72 डीबीए व रात में
70.4 डीबीए होता है जो कि निर्धारित से डेढ़ गुना ज्यादा है। इस वीडियो में आ रही आवाज़ आप सुनिए आप 1 मिनट नहीं सुन पाएंगे जबकि लोग 13 साल से इस आवाज़ से तंग आ अपने को ईएनटी को दिखाने मज़बुर है।

आगे हम सिलसिलेवार खुलासा करेंगे इस मामले में निचली कोर्ट और हाई कोर्ट ने क्या कहा, तितिक्षा शांति नगर पुनर्वास समिति का क्या रुख है, बालको कम्पनी के छल से लेकर अवतार सिंह को लेकर भी बड़े खुलासे होंगे बने रहे ग्राम यात्रा न्यूज़ नेटवर्क के साथ और बालको के स्याह सच को जानिए …

Markandey Mishra

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