छत्तीसगढ़

सरजू बांधा श्मशान घाट विकास समिति ने अज्ञात मृतकों का किया पिंडदान

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रायपुर। सर्व पितृ मोक्ष अमावस्या पर सोमेश्वर महादेव मंदिर परिसर, टिकरापारा में सामूहिक श्राद्ध तर्पण एवं पिंडदान का आयोजन किया गया। इस विशेष कार्यक्रम का उद्देश्य ज्ञात-अज्ञात मृतकों की आत्मा की शांति और सद्गति के लिए तर्पण और पिंडदान करना था। सरजू बांधा श्मशान घाट विकास समिति, टिकरापारा, रायपुर द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में उन मृतकों को भी पूर्वज मानकर श्राद्ध तर्पण किया गया, जिनके परिजनों का कोई पता नहीं है।

लावारिस शवों का पिंडदान:
समिति ने उन लावारिस शवों का वारिस बनकर पिंडदान किया, जिनका अंतिम संस्कार वर्षों से मुक्तिधाम में हो रहा है। समिति अध्यक्ष माधव लाल यादव और सचिव गोवर्धन झंवर ने बताया कि सरजू बांधा मुक्तिधाम में लंबे समय से बने मृतकों के मठों का अपमान होता आ रहा था, परंतु अब समिति के प्रयासों से तालाब का सौंदर्यीकरण और बाउंड्री वॉल बनने के बाद यह समस्या समाप्त हो गई है। अब वहां 24 घंटे जलाऊ लकड़ी, शुद्ध पेयजल, बैठक व्यवस्था, और शांति भवन जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं।

समिति का वर्षों से सामूहिक तर्पण का प्रयास:
समिति के अनुसार, पिछले 5 वर्षों से सामूहिक श्राद्ध तर्पण का आयोजन किया जा रहा है। यह आयोजन उन सभी ज्ञात-अज्ञात मृतकों की आत्मा की शांति के लिए किया जाता है, जिन्हें समिति ने अपना पूर्वज मानकर विधिपूर्वक श्राद्ध किया। इस वर्ष भी आचार्य लक्ष्मी नारायण शर्मा द्वारा पूरे विधि-विधान से मंत्रोच्चारण के साथ यह अनुष्ठान संपन्न हुआ।

श्राद्ध पूजन के बाद प्रसाद के रूप में खीर, पुरी, बड़ा, मिठाई, और फल का वितरण किया गया। इस अवसर पर समिति के कई सदस्य, जिनमें गोवर्धन झंवर, रतन बैद, नारायण साहू, संजय चंद्राकर, और अन्य उपस्थित रहे।

समिति का यह प्रयास समाज में सम्मान और समर्पण का उदाहरण प्रस्तुत करता है, जिसमें हर मृत आत्मा के प्रति कर्तव्य निभाने की प्रेरणा मिलती है।

 

 

Markandey Mishra

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