राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम अंतर्गत तम्बाकू मुक्त युवा अभियान 2.0 की शुरूआत

अम्बिकापुर । राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम अंतर्गत राजमाता श्रीमती देवेन्द्र कुमारी सिंहदेव शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय अम्बिकापुर में तम्बाकू मुक्त युवा अभियान 2.0 की शुरूआत की गयी जिसके तहत युवाओं में तम्बाकू उत्पाद के सेवन को छोड़ने के लिए जागरूकता अभियान चलाकर कार्य करने की बात कही गई। कार्यक्रम राष्ट्रीय स्तर पर विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित किया गया था। कार्यक्रम में बताया गया कि युवाओं में तनाव, अवसाद का मुख्य कारण तम्बाकू का सेवन होना है। वर्तमान में तम्बाकू सेवन युवाओं में 80 प्रतिशत व बुजुर्ग लोगों में 20 प्रतिशत देखा जा रहा हैं। तम्बाकू के सेवन के स्थान पर योग व स्पोर्ट्स तथा व्यायाम को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए जो शरीर को स्वच्छ रखने के साथ-साथ करियर में सफल होने में सहायक सिद्ध होता है।

तम्बाकू व उससे संबंधित उत्पाद शरीर में क्षणिक आनंद जरूर पैदा कर सकते है, परन्तु लगातार सेवन से शरीर खोखला हो जाता है। व कैंसर होने की संभावना 90 प्रतिशत से ज्यादा होती है। कार्यक्रम में सघन अभियान चलाकर युवाओं को जागरूक करने के निर्देश दिए गए। कार्यक्रम में प्रभारी अधिष्ठाता डॉ. अरूनेष सिंह, संयुक्त संचालक व अधीक्षक डॉ. आरसी आर्या, मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. संदीप, डॉ. भावना पाण्डेय, प्रशासनिक अधिकारी जगदीश सिंह व तम्बाकू मुक्त टीम के सदस्य, सत्यप्रकाश, प्रशांत कश्यप, वसीउर, शेखर राव, कमलनारायण, गौरव उपस्थित रहे।

Markandey Mishra, Editor

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राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम अंतर्गत तम्बाकू मुक्त युवा अभियान 2.0 की शुरूआत

अम्बिकापुर । राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम अंतर्गत राजमाता श्रीमती देवेन्द्र कुमारी सिंहदेव शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय अम्बिकापुर में तम्बाकू मुक्त युवा अभियान 2.0 की शुरूआत की गयी जिसके तहत युवाओं में तम्बाकू उत्पाद के सेवन को छोड़ने के लिए जागरूकता अभियान चलाकर कार्य करने की बात कही गई। कार्यक्रम राष्ट्रीय स्तर पर विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित किया गया था। कार्यक्रम में बताया गया कि युवाओं में तनाव, अवसाद का मुख्य कारण तम्बाकू का सेवन होना है। वर्तमान में तम्बाकू सेवन युवाओं में 80 प्रतिशत व बुजुर्ग लोगों में 20 प्रतिशत देखा जा रहा हैं। तम्बाकू के सेवन के स्थान पर योग व स्पोर्ट्स तथा व्यायाम को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए जो शरीर को स्वच्छ रखने के साथ-साथ करियर में सफल होने में सहायक सिद्ध होता है।

तम्बाकू व उससे संबंधित उत्पाद शरीर में क्षणिक आनंद जरूर पैदा कर सकते है, परन्तु लगातार सेवन से शरीर खोखला हो जाता है। व कैंसर होने की संभावना 90 प्रतिशत से ज्यादा होती है। कार्यक्रम में सघन अभियान चलाकर युवाओं को जागरूक करने के निर्देश दिए गए। कार्यक्रम में प्रभारी अधिष्ठाता डॉ. अरूनेष सिंह, संयुक्त संचालक व अधीक्षक डॉ. आरसी आर्या, मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. संदीप, डॉ. भावना पाण्डेय, प्रशासनिक अधिकारी जगदीश सिंह व तम्बाकू मुक्त टीम के सदस्य, सत्यप्रकाश, प्रशांत कश्यप, वसीउर, शेखर राव, कमलनारायण, गौरव उपस्थित रहे।

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