बिलाईगढ़ । सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की समस्या को हल करने के उद्देश्य से चलाई जा रही योजना “जल जीवन मिशन” के तहत बिलाईगढ़ विधानसभा के ग्राम पंचायत गिरवानी में 96.63 लाख रुपये की लागत से पानी टंकी का निर्माण किया जा रहा है। इस योजना का उद्देश्य लोगों तक नल के माध्यम से स्वच्छ पानी पहुंचाना है, लेकिन ठेकेदार द्वारा मनमाने तरीके से गुणवत्ताहीन निर्माण कार्य किए जाने की शिकायतें सामने आई हैं।
कीचड़ भरे गड्ढे में बेस की ढलाई…
ग्रामीणों के अनुसार, टंकी निर्माण के दौरान ठेकेदार द्वारा एक फिट तक पानी भरे कीचड़ के साथ बेस की ढलाई की जा रही है। इस घटिया कार्य की जानकारी मिलने पर मीडिया की टीम मौके पर पहुंची और निर्माण की गुणवत्ता की जांच करते हुए इसे कैमरे में कैद किया। जब ठेकेदार के कर्मचारियों से इस बारे में सवाल किया गया, तो उन्होंने अलग-अलग बहाने पेश किए। कभी वे पानी खाली करने की बात करते, तो कभी कीचड़ होने का हवाला दिया। यहां तक कि ठेकेदार के मुंशी ने भी फोन पर बातचीत में काम रोकने की बात की और यह तक कह दिया कि “रोज़-रोज़ खबर छपवाने से कुछ नहीं होगा।”
ग्रामीणों ने लगाया गुणवत्ताहीन काम का आरोप…
ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि निर्माण कार्य में गुणवत्ता की अनदेखी की जा रही है। पानी और कीचड़ के साथ बेस की ढलाई होने पर भी ठेकेदार और उनके कर्मचारी ग्रामीणों की बातों को नज़रअंदाज़ कर रहे हैं। ग्रामीणों का यह भी कहना है कि निर्माण के दौरान कोई अधिकारी या इंजीनियर साइट पर निरीक्षण के लिए नहीं आते, जिससे ठेकेदार को मनमाने ढंग से काम करने का मौका मिल रहा है। इस स्थिति को देखते हुए ग्रामीणों ने घटिया निर्माण कार्य का वीडियो बनाकर मीडिया को भेजा, जिसके बाद मीडिया की टीम ने पीएचई विभाग के अधिकारी मनोज धाकोडे से बात की। अधिकारी ने मीडिया को आश्वासन दिया कि घटिया बेस को उखाड़कर नए सिरे से गुणवत्तापूर्ण कार्य करवाया जाएगा।
अब सवाल यह उठता है कि क्या वास्तव में अधिकारी मीडिया के सामने गुणवत्ता सुनिश्चित करेंगे या फिर यह निर्माण भी भ्रष्टाचार और कमीशन की भेंट चढ़ जाएगा?