कबीरधाम। कबीरधाम जिले के एएसपी विकास कुमार को चर्चित लोहारीडीह हत्याकांड के कारण सरकार की नाराजगी का सामना करना पड़ा है। 2020 बैच के आईपीएस अधिकारी विकास कुमार को सरकार ने इस मामले में सस्पेंड कर दिया है। यह कदम उस समय उठाया गया जब विचाराधीन बंदी प्रशांत साहू की जेल में बिगड़ी तबीयत के बाद मौत हो गई, जिससे पूरे क्षेत्र में हंगामा मच गया था।
लोहारीडीह हत्याकांड की पृष्ठभूमि
घटना की शुरुआत कबीरधाम जिले के रेंगाखार थाना क्षेत्र के ग्राम लोहारीडीह से हुई, जब कचरू साहू का शव फांसी के फंदे से लटका हुआ पाया गया। गांव में कचरू और रघुनाथ नामक व्यक्ति के बीच जमीन विवाद चल रहा था। कचरू की मौत के बाद ग्रामीणों ने रघुनाथ को जिम्मेदार मानते हुए उसके घर में आग लगा दी। इस आगजनी में रघुनाथ के परिजन झुलस गए, जबकि एक जला हुआ शव मौके से मिला, जिसे रघुनाथ साहू का माना जा रहा है।
पुलिस कार्रवाई और आरोप
इस मामले में पुलिस ने 160 लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की और 69 लोगों को गिरफ्तार किया, जिनमें प्रशांत साहू, उसका भाई और मां भी शामिल थे। बुधवार को प्रशांत साहू की जेल में तबीयत बिगड़ी, और अस्पताल ले जाते समय रास्ते में उसकी मौत हो गई। आरोप है कि जेल में दाखिल करने से पहले पुलिस ने प्रशांत के साथ मारपीट की, जिससे उसकी हालत गंभीर हो गई थी।
सरकार की कार्रवाई और निलंबन
हत्या के बाद बिगड़े हालात और प्रशांत साहू की मौत के कारण सरकार ने सख्त कदम उठाते हुए एएसपी विकास कुमार को सस्पेंड कर दिया है। इस घटना ने पुलिस और प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं, और क्षेत्र में तनाव का माहौल बना हुआ है।