जगदलपुर । छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग के कई जिलों में बारिश आफत बनकर बरस रही है। संभाग के कई जिलों में लगातार हो रही बारिश से नदी-नाले उफान पर हैं। सुकमा जिले के कई इलाकों में पानी भरने से बाढ़ के हालात बन गए हैं। सुकमा जिले में बारिश को देखते हुए स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई है। वहीं बीजापुर में नेशनल हाइवे-63 जगदलपुर- बीजापुर मार्ग पर नाले का पानी बहने से सुबह से आवागमन बंद है। प्रशासन ने वाहनों को मार्ग को पार न करने की चेतावनी दी है।
कई गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क टूटा
लगातार हो रही मूसलधार बारिश के कारण सुकमा जिले में बाढ़ की गंभीर स्थिति उत्पन्न हो गई है। जिले की प्रमुख नदियां शबरी और चकाबुका उफान पर हैं, और कई गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया है।
चितलनार गांव में ढ़ह गए 20 से ज्यादा कच्चे मकान
छिंदगढ़ ब्लॉक के चितलनार गांव में चकाबुका नदी के उफान की वजह से 20 से ज्यादा कच्चे मकान गिर गए हैं। घरों में जलजमाव के बाद ग्रामीणों ने पंचायत भवन में शरण ली। रात के समय तेज बहाव के कारण पुलिस और प्रशासन रेस्क्यू नहीं कर पाए। सुकमा जिला मुख्यालय में भी बाढ़ की स्थिति गंभीर है। राम मंदिर, मस्तान पारा, पावरास, गीदम नाला, और शबरी नगर के कई हिस्सों में पानी घुस गया है। भाजपा जिला कार्यालय और शबरी वार्ड में भी पानी भर गया है। नगर पालिका और जिला प्रशासन की टीमें वार्डों का लगातार निरीक्षण कर रही हैं।
लगातार बारिश के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग 30 पूरी तरह से बाधित हो गया है। गीदम नाला और दुबाटोटा के पास नदी का पानी सड़क पर बह रहा है, जिससे यातायात पूरी तरह से ठप हो गया है और कई यात्री बसें और वाहन फंसे हुए हैं।
शबरी नदी उफान पर है, और झापरा पुल के ऊपर से करीब 8 फीट पानी बह रहा है। इसके कारण दो दर्जन पंचायतों का ओडिशा से संपर्क टूट गया है। कोकराल पुल पर भी पानी बह रहा है, और पुलिस ने एहतियात बरतते हुए आवागमन बंद कर दिया है।
सुकमा जिले में अत्यधिक बारिश के कारण कलेक्टर हरीश एस. ने आज सभी सरकारी, गैर-सरकारी, स्कूलों में अवकाश घोषित किया है।
बाढ़ से निपटने के लिए प्रशासन पूरी तरह से तैयार है। कंट्रोल नंबर जारी किए गए हैं, और राहत कार्यों को गति देने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। प्रशासन की टीमें प्रभावित क्षेत्रों में सहायता पहुँचाने का प्रयास कर रही हैं।