नारायणपुर । जिले में नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने एक और बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। एनआईए की टीम ने अबूझमाड़ के अति संवेदनशील इलाके ओरछा, कस्तूरमेटा, मंडाली और मल्कल गांवों में छापा मारा, जिसमें 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसके साथ ही, 35 से अधिक नक्सलियों के नाम भी सामने आए हैं। फिलहाल सभी गिरफ्तार व्यक्तियों से पूछताछ की जा रही है, और आगामी दिनों में इस मामले में और भी बड़े खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है।
गिरफ्तार लोगों पर गंभीर आरोप:
मिली जानकारी के अनुसार, एनआईए ने जिन 4 लोगों को गिरफ्तार किया है, वे नक्सली संगठन के लिए रसद सप्लाई का काम करते थे। छापेमारी के दौरान, ओरछा में लंबे समय से धरने पर बैठे ‘माड़ बचाओ मंच’ के नेता लखमा कोर्राम पर भी माओवादियों की सहायता करने का आरोप लगा है।
2023 की घटना से जुड़ा मामला:
एनआईए ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि यह कार्रवाई 2023 में हुई एक घटना से संबंधित है, जिसमें कुल 35 आरोपियों के नाम शामिल हैं। इस घटना में प्रतिबंधित संगठन के कैडरों और समर्थकों ने रायनार के पास नारायणपुर-ओरछा मुख्य मार्ग को अवरुद्ध कर दिया था। इस नाकेबंदी के दौरान सड़कों को खोदा गया, पेड़ों को काटा गया और कई जगहों पर बड़े-बड़े पत्थर रखकर रोड को ब्लॉक किया गया। इसका उद्देश्य पुलिस दलों के जवानों को निशाना बनाना और उनके हथियार लूटना था।
आगे की कार्रवाई:
जांच के दौरान, कुछ सीपीआई (माओवादी) समर्थकों और ओवरग्राउंड वर्करों के नाम भी सामने आए हैं। एनआईए द्वारा की जा रही इस जांच में आगे और भी महत्वपूर्ण जानकारी मिलने की संभावना है, जिससे नक्सलियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सकेगी।