जांजगीर-चांपा। जिले में एक ही परिवार के 4 लोगों की मौत के मामले ने क्षेत्र में सनसनी फैला दी है। घटना की गंभीरता को देखते हुए एसपी विवेक शुक्ला ने मामले की जांच के लिए एक विशेष टीम का गठन किया है। इस टीम का नेतृत्व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेंद्र कुमार जायसवाल करेंगे, जिसमें विजय पैकरा (उप पुलिस अधीक्षक, मुख्यालय), निरीक्षक प्रवीण द्विवेदी (थाना प्रभारी, जांजगीर), उप निरीक्षक पारस पटेल (प्रभारी, सायबर सेल), और सहायक उप निरीक्षक राम प्रसाद बघेल (थाना जांजगीर) शामिल हैं।
घटनाक्रम का विवरण
शारदा चौक, जांजगीर के निवासी पंचराम यादव (66), उनकी पत्नी दिनेश नंदनी यादव (55), और उनके दो पुत्र नीरज यादव (28) और सूरज यादव (25) ने 30 अगस्त को एक साथ जहर सेवन कर लिया। परिवार ने अपने घर के बाहर ताला लगा दिया था और पीछे के दरवाजे से घर के अंदर जाकर उसे भी बंद कर लिया था, ताकि किसी को संदेह न हो। उन्होंने अपने मोबाइल भी बंद कर दिए थे।
पड़ोस में रहने वाली एक लड़की, जो अक्सर उनके घर जाती थी, ने दोपहर 12 बजे उनके घर का ताला बंद देखा। उसने पीछे जाकर दरवाजा खटखटाया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। इस पर उसे कुछ अनहोनी की आशंका हुई और शाम सात बजे उसने आस-पास के लोगों को सूचित किया। पड़ोसियों और परिवार के सदस्यों ने जब घर के अंदर जाकर देखा तो सभी चारों गंभीर अवस्था में पड़े थे, उनके मुंह से झाग निकल रहा था और उल्टी के निशान भी थे।
उन्हें तुरंत जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी गंभीर हालत को देखते हुए रात में सिम्स, बिलासपुर रेफर किया गया। सिम्स में नीरज यादव की देर रात मौत हो गई, जबकि अन्य तीन सदस्यों का इलाज बिलासपुर के आरबी अस्पताल में चल रहा था। दुखद है कि तीनों की स्थिति गंभीर बनी रही और बाद में उनकी भी मौत हो गई।
मृत्यु का कारण और पुलिस जांच
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, परिवार पर बाजार का भारी कर्ज था, जिससे वे अत्यधिक तनाव में थे। पंचराम यादव ने अपने आसपास के लोगों से भी अपनी परेशानी का जिक्र किया था। इस घटना ने पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया है, और पुलिस मामले की जांच में जुटी है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि यह घटना एक सामूहिक आत्महत्या थी या इसके पीछे कोई और कारण है।
विशेष जांच टीम मामले की गहराई से जांच करेगी और जल्द ही स्थिति स्पष्ट होने की उम्मीद है।