जशपुर। जशपुर जिले के एक अनाथ बालक के जीवन में एक नई उम्मीद की किरण उस समय उभरी, जब अमेरिका से आए एक दंपत्ति ने उसे गोद लिया। इस तीन वर्षीय बालक को महिला एवं बाल विकास विभाग की देखरेख में, स्थानीय दत्तक ग्रहण एजेंसी के माध्यम से कानूनी और पारदर्शी प्रक्रिया के तहत गोद लिया गया।
अमेरिकी दंपत्ति के साथ नया जीवन
यह अमेरिकी दंपत्ति, अपनी छह वर्षीय बेटी के साथ भारत आए थे और उन्होंने यहां से एक बच्चे को गोद लेने का निर्णय लिया। इस दंपत्ति का कहना है कि उन्हें भारत के लोग बहुत अच्छे और स्नेही लगे, और वे यहां से एक बच्चे को अपने परिवार का हिस्सा बनाना चाहते थे। इस गोद लेने की प्रक्रिया के बाद अब यह बालक एक नए परिवार और जीवन की शुरुआत करेगा, जो उसके भविष्य को नई दिशा में अग्रसर करेगा।
हर प्रकार की सुविधा का वादा
अमेरिकी महिला, इमिली, ने अपने विचार साझा करते हुए कहा, “हमें बच्चे बहुत पसंद हैं। हम तीन लोग हैं और इसलिए हमने भारत से एक बच्चा गोद लेने का निर्णय लिया। हम उसे अपने बच्चे की तरह प्यार देंगे, उसे अपनी संपत्ति में हिस्सा देंगे और अच्छे स्कूल में भेजेंगे। उसकी सभी स्वास्थ्य जरूरतों का ध्यान रखेंगे। हम बहुत भाग्यशाली हैं कि हम उसके माता-पिता बन रहे हैं।”
अपने बच्चे की तरह पालन-पोषण
दंपत्ति के पुरुष सदस्य, निक, ने बताया, “हमने अपने दिल की सुनकर यह फैसला किया कि हमें एक बच्चा गोद लेना चाहिए। हमने इंडिया से बच्चा इसलिए गोद लिया क्योंकि यहां के लोग बहुत अच्छे होते हैं। हम उसे अपने घर और दिल में स्थान देंगे, उसे अपने बच्चे की तरह बड़ा करेंगे और उसे हमेशा प्यार करेंगे। इससे उसे जीवन में बेहतरीन अवसर मिलेंगे।”
यह गोद लेने की घटना न केवल उस बालक के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाएगी, बल्कि यह भी दर्शाती है कि प्यार और अपनत्व की कोई सीमाएं नहीं होतीं। इस बालक के उज्ज्वल भविष्य की कामना के साथ, पूरा जशपुर जिला इस नई शुरुआत का साक्षी बन रहा है।