दुर्ग-भिलाई । वरिष्ठ कांग्रेस नेता रविंद्र चौबे और अरुण वोरा ने प्रेसवार्ता में बलौदाबाजार की घटना के संदर्भ में भाजपा सरकार की तानाशाही और अलोकतांत्रिक रवैये की आलोचना की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस भाजपा के अत्याचारों के खिलाफ मजबूती से खड़ी रहेगी। चौबे ने कहा, बलौदा बाजार की घटना न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि पूरे देश के लोकतंत्र पर एक काला धब्बा है। भाजपा सरकार की असफलताएं अब सबके सामने हैं, और अपनी नाकामी छिपाने के लिए विपक्षी नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है।
कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव जी को झूठे आरोपों में गिरफ्तार करना इसका जीता-जागता उदाहरण है। यह गिरफ्तारी भाजपा की हताशा का प्रतीक है और लोकतंत्र की आवाज को दबाने की एक साजिश है। वोरा ने सरकार पर सीधा निशाना साधते हुए तीखे सवाल उठाए, हम सरकार से यह पूछना चाहते हैं कि रैली की परमिशन किसने दिलाई? इतनी बड़ी भीड़ के लिए खाने-पीने, मंच, पंडाल और माइक का इंतजाम किसने किया? नागपुर से आए 250 से अधिक लोगों पर नजर क्यों नहीं रखी गई?
और जब आम जनता के वाहन जलाए जा रहे थे, लोग दौड़ा-दौड़ाकर पीटे जा रहे थे, तब पुलिस कहाँ थी? एसपी किसके इशारे पर मूकदर्शक बने बैठे थे? वोरा ने आगे कहा, यह केवल हमारे साथी देवेंद्र यादव की लड़ाई नहीं है, यह हमारे लोकतंत्र की लड़ाई है। हम तब तक चैन से नहीं बैठेंगे जब तक देवेंद्र यादव जी और हमारे लोकतंत्र को न्याय नहीं मिल जाता।
भाजपा सरकार चाहे जितनी भी कोशिश कर ले, कांग्रेस उसके हर अत्याचार का डटकर मुकाबला करेगी। हम झुकेंगे नहीं, हम रुकेंगे नहीं। सत्य की विजय अवश्य होगी। कांग्रेस के कार्यकर्ता अब और अधिक मजबूती से जनता की आवाज उठाएंगे और भाजपा सरकार के इस तानाशाही रवैये के खिलाफ सड़कों पर उतरेंगे। हम इस अन्याय को हर हाल में रोकेंगे और जनता के हक की लड़ाई लड़ते रहेंगे।