रायपुर। राष्ट्रीय राजमार्गों, राज्य मार्गों, और अन्य सड़कों पर होने वाली सड़क दुर्घटनाओं में घायलों की मदद करने वाले गुड सेमेरिटंस (नेक इंसानों) को एसएसपी रायपुर संतोष कुमार सिंह ने रविवार को प्रशस्ति पत्र और शिल्ड प्रदान कर सम्मानित किया। इस अवसर पर उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे सड़क दुर्घटनाओं में घायल व्यक्तियों की मदद करने के लिए आगे आएं।
एसएसपी रायपुर ने बताया कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने और घायलों को त्वरित चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए माननीय उच्चतम न्यायालय ने गुड सेमेरिटंस (नेक इंसानों) को प्रोत्साहित और पुरस्कृत करने का निर्देश दिया है। इसका पालन करते हुए, एसएसपी द्वारा प्रतिमाह ऐसे नेक इंसानों को सम्मानित किया जा रहा है जिन्होंने दुर्घटनाओं में घायलों की जान बचाने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए।
इस क्रम में आज चार गुड सेमेरिटंस को पुलिस ग्राउंड में आयोजित कार्यक्रम में सम्मानित किया गया।
सम्मानित गुड सेमेरिटंस की सूची
लिलक धृतलहरे (ग्राम मुनगी, मंदिर हसौद) – 14 जुलाई 2024 को सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति की सहायता कर उसकी जान बचाई।
धर्मेंद्र सिंह नेगी (अशोका रतन, खम्हारडीह) – 30 जुलाई 2024 को शंकर नगर ब्रिज के नीचे दुर्घटना में घायल व्यक्ति की मदद की।
हेमंत देवांगन (ग्राम तर्री, गोबरा नवापारा) – 3 जुलाई 2024 को तोरला भुरका मोड़ के पास सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति की सहायता की।
अनूप साहू (ग्राम भेन्ड्री, गोबरा नवापारा) – 3 जुलाई 2024 को तोरला भुरका मोड़ के पास सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति की जान बचाई।
देश में सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़े चिंताजनक
भारत में हर साल लगभग डेढ़ लाख लोग सड़क दुर्घटनाओं में अपनी जान गंवाते हैं, जिनका प्रमुख कारण घायलों को समय पर चिकित्सा सुविधा नहीं मिल पाना है। दुर्घटना के बाद के पहले 30 मिनट, जिन्हें “गोल्डन आवर्स” कहा जाता है, में घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुँचाने से 90% मामलों में उसकी जान बचाई जा सकती है। लेकिन कानूनी उलझनों के डर से अक्सर लोग घायलों की मदद करने से कतराते हैं।
इस समस्या के समाधान के लिए एसएसपी रायपुर ने सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिया है कि वे अपने क्षेत्रों में गुड सेमेरिटंस का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार करें और घायलों की जान बचाने वाले लोगों को प्रोत्साहित करें।
एसएसपी ने इन सभी गुड सेमेरिटंस के कार्यों की सराहना की और भविष्य में भी घायलों की सहायता करने के लिए प्रोत्साहित किया। इन नेक कार्यों के प्रचार के लिए शहर के प्रमुख स्थानों पर बड़े-बड़े होर्डिंग्स लगाए गए हैं, ताकि और लोग प्रेरित हों।