रायपुर। बिलासपुर के जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) टीआर साहू पर आय से अधिक संपत्ति के मामले में गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। साहू के ठिकानों पर 10 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति का खुलासा हुआ है। बिलासपुर और कवर्धा में चल रही जांच आज पूरी हो सकती है। गिरफ्तारी को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है, लेकिन माना जा रहा है कि संपत्ति के आकलन के बाद अगर आय से अधिक संपत्ति का मामला सामने आता है, तो गिरफ्तारी हो सकती है।
जांच और छापेमारी
डीईओ टीआर साहू के बिलासपुर स्थित सरकारी आवास, कवर्धा स्थित मकान और रायपुर में छापेमारी की गई। अब तक की जांच में लगभग 10 करोड़ की संपत्ति का पता चला है। बिलासपुर के नूतन कॉलोनी स्थित सरकारी आवास में 1.6 लाख रुपए नकद मिला। कवर्धा में उनकी पत्नी के नाम पर फार्म हाउस और रायपुर में कीमती जमीन का खुलासा हुआ है।
संपत्ति का विवरण
एसीबी की जांच में अब तक जो संपत्ति मिली है उसमें नकद और एफडी, जमीन और एलआईसी में निवेश, कवर्धा की पॉश कॉलोनी में मकान, पत्नी के नाम पर फार्म हाउस (लगभग 10 एकड़), रायपुर में बड़ा प्लॉट, सोने-चांदी के जेवर, बैंक पासबुक, एफडी और एलआईसी में बड़े निवेश शामिल है।
आय का स्रोत
डीईओ टीआर साहू के खिलाफ शिकायत में कहा गया है कि उन्होंने 4 करोड़ रुपए की फर्नीचर खरीदी, 86 लाख रुपए में प्रश्न पत्र छपाई के अलावा शिक्षकों के अटैचमेंट, अनुकंपा नियुक्ति, जीपीएफ, और मातृत्व अवकाश आदि में लेनदेन कर अनुपातहीन संपत्ति अर्जित की है।
पारिवारिक स्थिति
टीआर साहू बिलासपुर के नूतन कॉलोनी स्थित सरकारी मकान में अकेले रहते हैं, जबकि उनकी पत्नी और बच्चे कवर्धा में पॉश कॉलोनी में रहते हैं। उनकी पत्नी व्याख्याता हैं और बेटा सिविल इंजीनियर है। अधिकांश अचल संपत्तियां पत्नी के नाम पर हैं। ईओडब्ल्यू दोनों की आय और खर्च का हिसाब निकालेगी, इसके बाद डीईओ की आय से कितनी अधिक संपत्ति जुटाई गई है, उसका खुलासा होगा।
आगामी कार्रवाई
अलग-अलग बिंदुओं पर जिला शिक्षा अधिकारी के साथ एसीबी के अधिकारी पूछताछ करेंगे। जांच पूरी होने के बाद अगर आय से अधिक संपत्ति का मामला सामने आता है, तो डीईओ टीआर साहू की गिरफ्तारी हो सकती है। प्रशासन और कानून प्रवर्तन एजेंसियां इस मामले में सख्त कार्रवाई करने की तैयारी में हैं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।