छत्तीसगढ़

फर्जी दस्तावेज से 2 एकड़ जमीन बता 92 लाख में बेची, 6 किसानों पर जुर्म

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रायपुर। माना कैंप के समीप धरमपुरा खार में दो एकड़ जमीन बताकर उसे फर्जी दस्तावेज के आधार पर करीब 92 लाख में बेच दी और उसकी रजिस्ट्री करा ली। खरीददार जब मौके पर पहुंचा तो वहां उसे अपनी खरीदी जमीन नहीं मिली। पुलिस, गांव के आधा दर्जन किसानों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर पूछताछ में लगी है।
पुलिस के मुताबिक धरमपुरा माना कैम्प के एक किसान जोगी राम साहू ने वहां के पांच और किसानों के साथ मिलकर धरमपुरा खार में दो एकड़ अपनी जमीन बतायी। इसके बाद उसका फर्जी दस्तावेज तैयार कराया। 22 जून 2019 को उस जमीन को 92 लाख में जल विहार कालोनी तेलीबांधा की एक महिला सुरेश नैयर को बेच दी। जमीन खरीदी के बाद यह महिला जब अपने परिवारवालों के साथ धरमपुरा खार पहुंचीं, तो उसे उसकी खरीदी हुई जमीन नहीं मिली। खरीददार महिला ने इस संबंध में पटवारी व अन्य राजस्व अधिकारियों से पूछताछ की, तब पता चला जमीन बिक्री के नाम पर फर्जीवाड़ा हुआ है।
पुलिस का कहना है कि पीडि़त महिला की शिकायत पर आरोपी किसानों से जल्द पूछताछ की जाएगी। शिकायत के आधार पर वहां दूसरे की जमीन हथियाने की नीयत से फर्जी दस्तावेज पहले से तैयार करा लिया गया था। दूसरे की जमीन नहीं मिली, तब उस दस्तावेज के आधार पर फर्जी ढंग से उपयोग किया गया। जमीन बता उसकी रजिस्ट्री भी करा ली गई। यह सब कुछ छलपूर्वक बिना नक्शा-खसरा निकलवाए किया गया। महिला की पटवारी वगैरह से पूछताछ हुई है। पुलिस अब शिकायत और उपलब्ध दस्तावेज के आधार पर मामले की जांच करते हुए पूछताछ कर रही है। फिलहाल किसी किसान की गिरफ्तारी नहीं हुई है।

Markandey Mishra

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