छत्तीसगढ़

सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर ऐसे ठगे 11 लाख

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रायपुर। सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर बेरोजगार युवकों से करीब 11 लाख रुपये ठगने का मामला सामने आया है। पीड़ितों की शिकायत पर सिटी कोतवाली पुलिस ने चार सौ बीसी का केस दर्ज कर लिया है। फिलहाल आरोपित मेडिकल छात्र पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।
कोतवाली थाना प्रभारी आरके मिश्रा ने बताया कि तामासिवनी अभनपुर निवासी छत्रपाल मैथिल (31) शिक्षित बेरोजगार हैं। छत्रपाल की पिछले साल डी-79 गुरु घासीदास कॉलोनी न्यू राजेन्द्रनगर निवासी आरोपित अनुराग कोसरिया से मुलाकात हुई थी।
उसने सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर छत्रपाल व उसके रिश्तेदारों से 15 दिसंबर 2018 से 25 जनवरी 2019 के बीच बैरन बरन बाजार, भट्टर हॉस्पिटल के सामने कुल 10 लाख 80 हजार रुपये किस्तों में ले लिए। ये पैसे बेरोजगारों ने रिश्तेदार, परिचितों से उधार में लेकर दिए थे।
कई दिन बीतने के बाद भी जब नौकरी नहीं लगी तो पीड़ितों ने पूछताछ की तो वह गोल-मोल जवाब देने लगा। कहा कि अभी नौकरी में बैन लगा हुआ है, चुनाव का समय है। कुछ महीनों बाद आप लोगों की नियुक्ति सरकारी विभाग में हो जाएगी। पीड़ितों ने कुछ महीने और इंतजार किया, लेकिन नौकरी नहीं मिली।
पैसा लौटाने का दबाव बनाने पर उसने 11 अप्रैल को इकरारनामा लिखकर दिया, जिसमें तीन मई तक पैसा लौटाने को कहा था। लेकिन तारीख गुजर जाने के बाद भी पैसे नहीं दिए, तब छत्रपाल ने थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस का कहना है कि आरोपित रायपुर से बाहर मेडिकल की पढ़ाई करता है।

Markandey Mishra

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