छत्तीसगढ़

राजनांदगांव जिले में स्वाइन फ्लू से मौत संख्या बढ़कर 10 हुई, 50 से ज्यादा अस्पताल में

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रायपुर । खैरागढ़ ब्लॉक के ग्राम चिचका निवासी शिक्षाकर्मी गजेंद्र कुमार डाखरे (31) की मंगलवार तड़के स्वाइन फ्लू से मौत हो गई। इसके साथ ही प्रदेश में स्वाइन फ्लू से मरने वालों की संख्या बढ़कर 10 हो गई। संदिग्ध मरीजों की संख्या 50 तक पहुंच गई है। सरकारी आंकड़ों में 6 फरवरी तक नौ लोगों को स्वाइन फ्लू था। नेहरू मेडिकल कॉलेज में माइक्रो बायोलॉजी विभाग के एचओडी डॉ. अरविंद नेरल के अनुसार शुरुआत में स्वाब में वायरस की संख्या कम रहती है। इसलिए जरूरी नहीं कि जांच में वायरस की पुष्टि हो। जब वायरस की संख्या बढऩे लगती है, तब रिपोर्ट पॉजीटिव आता है। लक्षण के आधार पर डॉक्टर की सलाह से टैमी फ्लू की टेबलेट ली जा सकती है। स्वाइन फ्लू के लक्षण सर्दी, खांसी और छाती में दर्द
यह है लक्षण
बुखार, खांसी और गले में खराश
नाक बहना, मांसपेशियों में दर्द
छाती में दर्द, सांस लेने में दिक्कत
सिरदर्द, ठंड व कभी-कभी दस्त-उल्टी
टैमी फ्लू दवा से टल सकता है खतरा
लक्षण दिखने पर लापरवाही न करें। 48 से 72 घंटे के भीतर टैमी फ्लू दवा अवश्य लें।बाहर और भीड़-भाड़ इलाकों में जाएं तो मुंह पर मास्क लगाकर जाएं। स्वाइन फ्लू से बच्चे ज्यादा प्रभावित होते हैं, तुरंत डॉक्टर के पास ले जाएं। 2-3 दिन में फेफड़े को ध्वस्त कर देता है एन1एच1 वायरस बच्चे, बुजुर्ग,बीमार व गर्भवती महिलाओं के लिए खतरनाक है।

Markandey Mishra

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