बाबा बागेश्वर पर जुर्माना तो स्टालिन पर क्यों नहीं? BJP नेता ने शेयर किया बिना सीट बेल्ट के CM का वीडियों।।
पटना: शुक्रवार को पटना में विपक्षी दलों की बैठक थी। इस संयुक्त बैठक में हिस्सा लेने के लिए देशभर से विपक्षी दल के नेता एकजुट हुए थे। इसी बैठक में शामिल होने तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन भी बिहार पहुंचे थे। वे गुरूवार की रात पटना एयरपोर्ट पहुंचे जहाँ से भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच रवाना हुए। इस दौरान किसी ने उनका वीडियों उतार लिया। वीडियों में कार पर बैठे एमके स्टालिन नजर आ रहे थे लेकिन उन्होंने सीट बेल्ट नहीं लगाईं थी।
वही ये वीडियों जैसे ही भाजपा नेताओं के हाथ लगा वह बिहार सरकार पर बरस पड़े। उह्नोने पूछा कि बिना सीट बेल्ट के बाबा बागेश्वर पर चालान किया गया था तो क्या अब पुलिस मुख्यमंत्री एमके स्टालिन का चालान करेगी? इस वीडियों को शेयर करते हुए एक ने लिखा है “बार-बार देखिए,
हजार बार देखिए। राजा का बेटा राज करेगा। लोकतंत्र का अपमान करेगा।। लालूजी के गोदी नेता नीतीशजी के राज में राजपुत्रों को ट्रैफिक रूल्स में छूट है क्या? बाबा बागेश्वर पर सीट बेल्ट का प्रयोग न करने की फाईन किया था। अब तुम्हारी नीति-नैतिकता कहाँ है!”
बता दें कि शुक्रवार को बिहार की राजधानी पटना में करीब 15 राजनीतिक दलों के नेताओं की अहम बैठक आयोजित हुई। यह बैठक गैर भाजपाई और विपक्षी दलों की थी। इस मीटिंग में देश के अलग-अलग राज्यों की क्षेत्रीय पार्टी समेत मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस भी शामिल हुई। कांग्रेस की ओर से बैठक की अगुवाई राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने की, जबकि उनके साथ पूर्व सांसद राहुल गाँधी भी मौजूद रहे। पूरे बैठक का आयोजन बिहार सरकार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से किया गया था जिसमे सरकार के सहयोगी राजद के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव भी शामिल हुए।

अगली बैठक हिमाचल में
बता दें कि विपक्षी दलों आपसी सहमति एक साथ यह तय किया हैं कि उनकी अगली बैठक अब कांग्रेस के सत्ताधारी राज्य हिमाचल प्रदेश के राजधानी शिमला में होगी। जाहिर हैं, पटना में जहाँ इस पूरे बैठक का संयोजन और नेतृत्व जदयू-राजद ने किया तो शिमला में बैठक को सफल बनाने की जिम्मेदारी कांग्रेस की होगी। बताया जा रहा है कि यह बैठक अगले महीने के 12 जुलाई को आहूत हो सकती है। हालांकि तारीख को लेकर अभी पूरी तरह से सहमति नहीं बन पाई है। इसकी वजह है की कई राज्यों में उप चुनाव हैं। ऐसे में नेताओ की व्यस्तता को देखते हुए आने वाले दिनों में इस पर आखिरी निर्णय लिया जाएगा।