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पाकिस्तान की इन लड़कियों ने आतंक के खिलाफ उठाई आवाज, खड़ी हैं भारत के साथ

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पाकिस्तान की एक महिला पत्रकार सहर मिर्जा ने 19 फरवरी को अपने दिल की बात की। मिर्जा ने अपने फेसबुक अकाउंट पर एक तस्वीर पोस्ट की जिसमें वो एक तख्ती लेकर खड़ी दिख रही हैं। इसमें लिखा है, “मैं एक पाकिस्तानी हूं। और मैं पुलवामा आतंकी हमले की निंदा करती हूं।”
इसके साथ ही सहर मिर्जा की तख्ती पर लिखा है #AntiHateChallenge और #NoToWar. मिर्जा ने तस्वीर के साथ लिखा है, “मैं देशभक्ति के लिए इंसानियत का सौदा नहीं करूंगी।” तस्वीर के कैप्शन में #WeStandWithIndia और #NoToTerrorism भी लिखा है। महिला पत्रकार सहर मिर्जा इस तस्वीर के माध्यम से यह संदेश देना चाहती हैं कि वो भारत के साथ हैं और आंतकवाद के खिलाफ हैं।

सोशल मीडिया में हर तरह की प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। सोशल मीडिया फेसबुक पर एक अकाउंट ‘अमन की आशा’ है। इसमें भी सहर मिर्जा ने एक संदेश लिखा है और साथ ही कुछ तस्वीरें भी पोस्ट की हैं। इन तस्वीरों में कुछ और लड़कियां भी हाथ में तख्ती पकड़कर खड़ी दिख रही हैं। और तख्ती पर लिखा है, “मैं एक पाकिस्तानी हूं। और मैं पुलवामा आतंकी हमले की निंदा करती हूं।”
‘अमन की आशा’ के फेसबुक पन्ने पर सहर मिर्जा ने अपने भावनाओं का इजहार किया है। मिर्जा लिखती हैं, “कश्मीर में हुए दर्दनाक आतंकी हमले में कई निर्दोष लोगों की जान गई, हम उससे बेहद दुखी हैं। ऐसे वक्त में हमें जरूरत है कि ज्यादा से ज्यादा लोग सामने आएं और जंग और आतंक के खिलाफ आवाज उठाएं।
हमने #AntiHateChallenge शुरू किया है, हम इस हमले की निंदा करते हैं। हम हमारे भारतीय दोस्तों के साथ हैं। पाकिस्तानी दोस्तों से अपील करते हैं कि जो कोई भी हमारे जैसा महसूस कर रहा है, हमारी इस मुहीम में हमारा साथ दे।”
सहर मिर्जा ने इस पोस्ट में साहिर लुधियानवी की चंद पंक्तियां भी लिखी हैं :
खून चाहे हमारा हो या उनका। खून तो इंसान का ही है।
जंग चाहे पूर्व में हो या पश्चिम में। ये है तो विश्व-शांति की हत्या ही।
चाहे घर में बम फोड़े जाएं या फिर सीमा पर। आत्मा तो घायल होती ही है।
जंग खुद में एक समस्या है। फिर जंग कैसे समस्या का हल करेगी?
आज ये आग और खून बरसाएगी। कल भूख और कमी लाएगी।

Markandey Mishra

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