छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ में तेंदूपत्ता संग्रहण की दर पड़ोसी राज्यों से अधिक, सीमावर्ती जिलों में सतर्कता

राज्य में लगभग 16.62 लाख मानक बोरा तेंदूपत्ता संग्रहण अनुमानित

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रायपुर। छत्तीसगढ़ में इस वर्ष तेंदूपत्ता संग्रहण के लिए संग्राहकों को 4 हजार रुपए पति मानक बोरा की दर से पारिश्रमिक का वितरण किया जाएगा। यह दर राज्य के पड़ोसी राज्यों उड़ीसा, महाराष्ट्र, तेलंगाना एवं झारखण्ड में तेंदूपत्ता संग्रहण दर से अधिक होने के कारण अन्य राज्यों से पत्तों का अवैध संग्रहण कर सीमावर्ती जिलों के फड़ों में खपाने की आशंका को देखते हुए वन विभाग ने सभी जिला अधिकारियों से सतर्कता बरतने कहा है।
प्रधान मुख्य वन संरक्षक ने राकेश चतुर्वेदी कहा कि अन्य राज्यों के संग्राहकों के द्वारा अवैध रूप से पत्ता राज्य के फड़ों पर आने की आशंका बनी रहेगी, इसके रोकथाम के लिए विशेष प्रयास किये जाएं। उल्लेखनीय है कि पड़ोसी राज्यों उड़ीसा, महाराष्ट्र, तेलंगाना एवं झारखण्ड में तेंदूपत्ता संग्रहण दर छत्तीसगढ़ राज्य की तुलना में बहुत कम है। उड़ीसा में 2500 रुपए प्रति मानक बोरा, महाराष्ट्र में क्षेत्रवार 1680 से 2550 रुपए प्रति मानक बोरा, तेलंगाना में क्षेत्रवार 1750 से 1900 रुपए प्रति मानक बोरा तथा झारखण्ड में 1195 रुपए प्रति मानक बोरा है।
प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं प्रबंध संचालक छ.ग. राज्य लघु वनोपज संघ राकेश चतुर्वेदी ने अरण्य भवन अटल नगर में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से छत्तीसगढ़ के समस्त मुख्य वन संरक्षकों एवं वन मंडलाधिकारियों की तेंदूपत्ता संग्रहण संबंधित कार्यों के संबंध में समीक्षा बैठक ली।
उन्होंने कहा कि तेंदूपत्ता संग्रहण के लिए अधिकारियों के उत्तरदायित्व का निर्धारण किया जाए परिवहन, बोरा भरती, भण्डारण तथा अन्य तैयारियां पूर्ण कर लिया जाए। उन्होंने कहा कि जिन समितियों का पत्ता नहीं बिका है वहां उपचारण की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए समस्त प्रयास किए जाएं। स्थानीय बोरा भरती गैंग तैयार कर उन्हें प्रशिक्षित किया जाए। विशेष तौर से गोदामों पर बोरा भण्डारण के दौरान उनका विधिवत उपचारण किया जावे। उन्होंने बताया कि संग्रहणकाल में 4000 रुपए प्रति मानक बोरा की दर से संग्राहकों को पारिश्रमिक वितरण किया जाएगा। जिसके अनुसार 2 माह के अंदर 668 रुपए करोड़ का संग्रहण पारिश्रमिक भुगतान होगा। संग्राहकों को पारिश्रमिक का वितरण बैंक के माध्यम से किया जावेगा।
16.62 लाख मानक बोरा संग्रहण का लक्ष्य
बैठक में बताया गया कि इस वर्ष राज्य में लगभग 16.62 लाख मानक बोरा तेंदूपत्ता का संग्रहण अनुमानित हैै, जिसमें से 9.76 लाख मानक बोरा तेंदूपत्ता अग्रिम में निर्वर्तित हो चुका है, शेष 6.96 लाख मानक बोरा तेंदूपत्ता का विभागीय संग्रहण किया जा रहा है। दंतेवाड़ा एवं सुकमा जिले में तेंदूपत्ता संग्रहण प्रारंभ हो गया है। बालोद, गरियाबंद, बलौदाबाजार, कांकेर वृत्त के कुछ जिलों में 1-2 दिनों में संग्रहण प्रारंभ हो जायेगा।
बलरामपुर में होगा सबसे अधिक संग्रहण
जिन जिलों में सबसे ज्यादा विभागीय संग्रहण होना है, उनमें बलरामपुर, सूरजपुर, जशपुर, मनेन्द्रगढ़, सुकमा, कवर्धा शामिल हैं। बलरामपुर जिले में 1 लाख 45 हजार मानक बोरा सर्वाधिक विभागीय संग्रहण तथा सुकमा जिला यूनियन जहां 75 हजार 900 मानक बोरा का विभागीय संग्रहण होगा। सूरजपुर जिले में 43हजार 600 मानक बोरा एवं कवर्धा जिले में 40 हजार 400 मानक बोरा का विभागीय संग्रहण किया जाएगा।

Markandey Mishra

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