छत्तीसगढ़

किसानों की पेंशन योजना की जानकारी से असंतुष्ट विपक्ष का वॉकआउट

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मुख्यमंत्री बघेल ने शिक्षा के मूल्यांकन पर दिया जोर
रायपुर। विधानसभा के बजट सत्र में विपक्ष ने पेंशनर्स की जानकारी मांगी, भाजपा नेता ने पूछा कि छत्तीसगढ़ में 60 और 75 वर्ष के कितने किसान हैं। उनको पेंशन देने की क्या योजना है। सर्वेक्षण कब करवाने जा रहे है। जवाब में मंत्री रविंद्र चौबे ने बताया कि जन घोषणा में हमने दावा किया है, हम इसे लागू करने की प्रक्रिया शुरू करेंगे। अभी हमने सर्वेक्षण शुरू नहीं किया है। हमने कहा कि एक हजार और डेढ़ हजार रु 60 और 75 साल के किसानों को देंगे। सदस्य ने पूछा कि योजना कहां अटकी है। दिन और साल बताएं कब तक प्रक्रिया शुरू करेंगे। मंत्री ने कहा हम आने वाले समय के लिए योजना बना रहे है। हमने जो वादा किया उसे जरूर पूरा करेंगे। अभी तिथि बताना संभव नहीं है। शिवतरन शर्मा ने पूछा ये किस स्तर पर विचाराधीन हैं ये बताएं। जिस पर मंत्री ने लिखित उत्तर में लिखा है कि शासन स्तर पर विचाराधीन नहीं है। मंत्री ने कहा हमने जनघोषणा पत्र भेज दिया है। इस मामले में मंत्री के जवाब से असन्तुष्ट होकर नारेबाजी करते हुए विपक्ष ने वॉकआउट किया।
अल्काट्रेक सीमेंट कंपनी ने बांध के बीच बनाई सड़क
पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने सिमगा के सकलौर में स्थित बांध के बीच रास्ता बनाने का मामला उठते हुए कहा कि ये बड़ा गंभीर मामला है। एक सीमेंट कम्पनी ने बिना किसी की अनुमति के बांध के बीचों बीच सड़क बना लिया। प्रश्न लगाने पर इसे तोड़ तो दिया लेकिन जल स्त्रोत खत्म हो गया है। इस कम्पनी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। मंत्री रविन्द्र चौबे ने बताया कि पर्यावरण मंत्री अकबर ने इसमें रुचि लेकर इसे तोड़वा दिया है। अगर आगे इस तरह की कोई शिकायत मिलती है तो कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी ही चाहिए। हम जिलाधीश को निर्देश जारी करेंगे। इस पर अध्यक्ष महंत ने कहा कि इसका सहीं उत्तर नहीं आया है आपको संबंधित विभाग को इस प्रश्न को स्थान्तरित करना था। इसका सहीं उत्तर आना चाहिए था।
सीएम भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ में शिक्षा के मूल्यांकन पर कहा कि आसपास के राज्यों से भी तुलना की जानी चाहिए। मॉडल योजना बनाकर उसेआगे लागू नहीं कर पाते। खेल-खेल में शिक्षा जरूरी। 1 लाख प्रश्नों के बैंक बनाये जाएंगे। जिसमे हर तरह के सवाल होंगे। किसानों के बाद शिक्षा सबसे महत्वपूर्णहै। कुछ सरकारी स्कूलों में अच्छा काम हआ लेकिन पूरे स्कूल की स्थिति कमजोर है।

Markandey Mishra

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